चंडीगढ़ । राजवीर दीक्षित
(From School Dropout to ₹3,000-Cr Scam Kingpin: Hisar Man Denied Bail)फ़्यूचर मेकर लाइफ केयर प्राइवेट लिमिटेड के CMD राधे श्याम की जमानत याचिका को हिसार कोर्ट द्वारा खारिज किए जाने के बाद देशभर में फैले 3,000 करोड़ रुपए के MLM घोटाले का पूरा पैमाना एक बार फिर सुर्खियों में है। अदालत ने कहा कि लाखों लोगों को ठगने वाले और बड़े पैमाने पर अवैध कमाई करने वाले आरोपी जमानत जैसे राहत के हकदार नहीं हो सकते। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) राजीव ने राधे श्याम और उनके सह-अभियुक्त बंसी लाल सिहाग की याचिका खारिज करते हुए दोनों को 24 नवंबर 2025 तक न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया।
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गाँव से शुरू हुआ नेटवर्क, देशभर में फैला जाल
हिसार ज़िले के शिसवाला गाँव का रहने वाला राधे श्याम हाई स्कूल छोड़ने के बाद तेज़ मुनाफ़े का लालच देकर निवेशकों को जोड़ने में जुट गया। उसकी कंपनी फ़्यूचर मेकर लाइफ़ केयर ने डायरेक्ट-सेलिंग मॉडल के नाम पर विशाल MLM नेटवर्क खड़ा किया। जांच में सामने आया कि कंपनी ने 32.86 लाख से अधिक सक्रिय आईडी बनाई थीं और हर सदस्य से 3,750 रुपए की एंट्री फ़ीस लेकर लगभग 2,959 करोड़ रुपए जुटाए। कंपनी इन ID के माध्यम से कृषि उत्पाद, हेल्थ सप्लीमेंट्स, एफएमसीजी और वस्त्र बेचने का दावा करती थी।
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कर चोरी और जांच एजेंसियों की कार्रवाई
जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (DGGI) ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया कि कंपनी ने न तो सेवा कर के लिए पंजीकरण कराया था और न ही अक्टूबर 2016 से जून 2017 के बीच देय 54.77 करोड़ रुपए का कर जमा किया। कई बार नोटिस भेजे जाने के बावजूद राधे श्याम ने जवाब नहीं दिया। 2018 में साइबराबाद पुलिस ने कंपनी के तेलंगाना ऑफिस को सील कर राधे श्याम को गिरफ्तार किया, जो चार वर्ष जेल में रहने के बाद 2023 में जमानत पर बाहर आया।
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कठोर टिप्पणी के साथ जमानत खारिज
अदालत ने कहा कि इतना बड़ा आर्थिक अपराध समाज के विश्वास को गहरी चोट पहुँचाता है और ऐसे आरोपियों को जमानत देने से क़ानून पर जनता का भरोसा डगमगा सकता है। अदालत की यह टिप्पणी देश में तेजी से बढ़ते वित्तीय अपराधों पर एक सख्त संदेश मानी जा रही है।

















