चंडीगढ़ । राजवीर दीक्षित
(Tehsildar Arrested in Guava Orchard Scam After Supreme Court Denies Bail) अमरूद बाग मुआवजा वितरण घोटाले में नायब तहसीलदार जसकरण सिंह बराड़ को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी तब हुई जब सुप्रीम कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी, जिसके बाद उन्होंने विजिलेंस ब्यूरो के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
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जांच के दौरान खुलासा हुआ कि बराड़ ने फर्जी लाभार्थियों को मुआवजा जारी करने में भूमिका निभाई थी और उनकी मुख्य आरोपित के साथ मिलीभगत थी। इसके अलावा, कुछ भूमि मालिकों के नाम और हिस्सेदारी रिकॉर्ड से मेल नहीं खाते थे, फिर भी उन्हें लाभार्थियों की सूची में शामिल किया गया था।
बराड़ पर आरोप है कि उन्होंने खसरा गिरदावरी रिकॉर्ड में छेड़छाड़ के बावजूद, भुगतान की सिफारिश करने में अनावश्यक जल्दबाजी की। पहले हाईकोर्ट से मिली अंतरिम राहत के बावजूद, उन्होंने जांच में कोई सहयोग नहीं किया।
हाईकोर्ट ने विस्तृत तर्कों के बाद 20 मार्च 2024 को उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी, और सुप्रीम कोर्ट ने भी उनकी जमानत याचिका 27 अगस्त 2024 को खारिज कर दी। इसके बाद, बराड़ ने ब्यूरो के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।