लुधियाना । राजवीर दीक्षित
(Punjab Cracks Down on Power Theft: 603 Connections Cut) पंजाब सरकार ने बिजली चोरी के मामलों में कड़ी सख्ती बरतना शुरू कर दिया है। लुधियाना जिले के विभिन्न हिस्सों में विभागीय अधिकारियों ने एक बड़े ऑपरेशन के तहत डिफाल्टरों के खिलाफ कार्रवाई की है।
बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने पीएसपीसीएल के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि सीएम भगवंत सिंह मान की भ्रष्टाचार विरोधी जीरो टॉलरेंस नीति के तहत बिजली चोरी पर लगाम लगाई जाए।
बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ और पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन (पीएसपीसीएल) के डायरेक्टर डी.पी.एस. ग्रेवाल के दिशा-निर्देशों पर पावरकॉम विभाग के चीफ इंजीनियर जगदेव सिंह हांस के नेतृत्व में विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की टीमों ने डिफाल्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की।
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सूत्रों के अनुसार, पावरकॉम अधिकारियों ने लुधियाना जिले के विभिन्न हिस्सों में कार्रवाई करते हुए लगभग 1000 डिफाल्टरों को पकड़ा। इसमें 603 बिजली उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटे गए, जबकि 400 से अधिक डिफाल्टरों से 5 करोड़ रुपये के बकाया बिलों की रिकवरी की गई। यह रिकवरी अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।
चीफ इंजीनियर जगदेव सिंह हांस ने बताया कि विभाग ने तेजी से कार्रवाई करते हुए 603 डिफाल्टर उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटे हैं। उन्होंने अनुमान जताया कि इन उपभोक्ताओं से करीब 10 करोड़ रुपये की रिकवरी की संभावना है।
बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने पीएसपीसीएल के अधिकारियों को प्रतिदिन जांच की रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
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उन्होंने स्पष्ट किया कि घरेलू, वाणिज्यिक, कृषि और औद्योगिक सभी बिजली कनेक्शन की जांच की जाएगी। यदि पावरकॉम/पीएसपीसीएल/पीएसटीसीएल के अधिकारी या कर्मचारी बिजली चोरी में शामिल पाए गए, तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें पीएसपीसीएल के नियमों के तहत बर्खास्त किया जाएगा।
इसके अलावा, अगर जिन डिफाल्टरों के कनेक्शन काटे गए हैं, वे बिजली की तारों पर सीधी कुंडी डालते हैं, तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के साथ एफआईआर भी दर्ज की जाएगी। किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा, यह चेतावनी मंत्री ने दी है।