चंडीगढ़ । राजवीर दीक्षित
(No More Free Passes: Students Must Pass Annual Exams to Advance in Class) शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी नए नियमों के तहत अब 5वीं और 8वीं के छात्र वार्षिक परीक्षा में फेल हो सकते हैं। इसके बाद उन्हें दो महीने के भीतर दोबारा परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा। अगर वे इस परीक्षा में भी सफल नहीं होते हैं तो उन्हें अगली कक्षा में प्रमोट नहीं किया जाएगा।
यह नई व्यवस्था पहले लागू की गई व्यवस्था से अलग है, जहां 8वीं तक के छात्रों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाता था। दरअसल, साल 2010-2011 से 5वीं और 8वीं की बोर्ड परीक्षाएं खत्म कर दी गई थीं, जिसके चलते छात्रों को अगली कक्षा में भेज दिया जाता था। भले ही वे परीक्षा में सफल न हों।
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इस व्यवस्था के चलते स्कूली शिक्षा का स्तर गिरता चला गया, जिसके चलते 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे भी खराब होने लगे हैं।
इसे कब लागू किया जाएगा?
नए बदलावों के साथ अब राज्य सरकारों को यह अधिकार होगा कि वे चाहें तो कक्षा 5 और 8 में बोर्ड परीक्षाएं आयोजित कर सकती हैं। शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की ओर से जारी आदेशों में इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है, जिसे ‘बच्चों को अनिवार्य शिक्षा का अधिकार संशोधन नियम 2024’ के नाम से जाना जाएगा। ये नियम सरकारी राजपत्र में प्रकाशित होने के बाद तत्काल प्रभाव से लागू हो गए हैं।
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विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का मानना है कि इस नई नीति के जरिए शिक्षा के स्तर में सुधार आएगा और छात्रों को अपनी पढ़ाई में गंभीरता से काम करने का मौका मिलेगा।