ए.सी.-कूलर होंगे बेअसर! बिजली संकट के बीच मई-जून की गर्मी करेगी बेहाल

चंडीगढ़। राजवीर दीक्षित

(ACs & Coolers May Fail! Power Crisis to Worsen in Scorching May-June)देशभर में गर्मी का असर अभी पूरी तरह शुरू नहीं हुआ, लेकिन बिजली संकट की आशंका ने चिंता बढ़ा दी है। नेशनल लोड डिस्पैच सेंटर (NLDC) की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, मई और जून में गंभीर बिजली कमी हो सकती है, जिससे 15-20 गीगावॉट तक की बिजली की कमी का सामना करना पड़ सकता है। खासकर गैर-सौर घंटों में लोड शेडिंग (बिजली कटौती) की संभावना अधिक रहेगी।

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बिजली संकट की बढ़ती चुनौती

मई में बिजली की मांग अपने चरम पर होगी, जबकि सौर ऊर्जा उत्पादन में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। इससे ग्रिड अस्थिर हो सकता है, और गर्मियों में बिजली की किल्लत आम लोगों की परेशानी बढ़ा सकती है।

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क्या है समाधान?

विशेषज्ञों ने मांग प्रबंधन को कारगर उपाय बताया है। रिपोर्ट में औद्योगिक और व्यावसायिक इकाइयों को गैर-पीक घंटों में बिजली के उपयोग की सलाह दी गई है। हालांकि, सौर ऊर्जा दिन के समय राहत दे सकती है, लेकिन सुबह और शाम की बिजली की भारी मांग से संकट गहरा सकता है।

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क्या होगा असर?

रिपोर्ट के मुताबिक, मई 2025 में बिजली की मांग और आपूर्ति में 19% तक का अंतर रह सकता है, जो जून में 4.7% से 20.1% तक बढ़ सकता है। मई से जुलाई के बीच 15 गीगावॉट से अधिक की बिजली की कमी दर्ज हो सकती है।

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स्टोरेज तकनीक ही बचाएगी संकट से!

बढ़ते बिजली संकट से निपटने के लिए केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (CEA) ने बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (BESS) और पंपड स्टोरेज प्लांट (PSP) जैसे ऊर्जा भंडारण सिस्टम को अपनाने की सिफारिश की है। इससे बिजली संकट को कुछ हद तक कम किया जा सकता है।

गर्मियों में बिजली संकट से बचने के लिए अभी से तैयारी करना जरूरी है, वरना इस बार ए.सी. और कूलर भी बेअसर साबित हो सकते हैं