एयर इंडिया हादसे से पहले ‘मेडे कॉल’ की गूंज: क्या होता है यह जानलेवा चेतावनी संकेत?

अहमदाबाद। राजवीर दीक्षित
(Air India Crash: Pilot Issued Mayday Call Before Fatal Ahmedabad Tragedy)अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 गुरुवार दोपहर उड़ान भरने के चंद मिनटों बाद ही शहर के मेघाणी नगर इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बोइंग 787 ड्रीमलाइनर में 242 लोग सवार थे, जिनमें 232 यात्री और 12 क्रू सदस्य शामिल थे। विमान ने दोपहर 1:39 बजे रनवे 23 से उड़ान भरी थी, लेकिन 1:44 बजे रिहायशी इलाके में गिर पड़ा, जिससे घना काला धुआं उठता देखा गया और आपातकालीन सेवाएं अलर्ट पर आ गईं।

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दुर्घटना से ठीक पहले कैप्टन सुमीत सभरवाल ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल को ‘मेडे कॉल’ भेजा था — यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त संकट संकेत होता है, जो गंभीर आपातकाल की स्थिति में पायलट द्वारा दिया जाता है।
‘मेडे’ शब्द की शुरुआत 1920 के दशक में लंदन के क्रॉयडन एयरपोर्ट पर रेडियो अधिकारी फ्रेडरिक मॉकफोर्ड ने की थी। यह फ्रेंच शब्द “m’aider” (मदद करो) से लिया गया है और 1927 में इसे “SOS” के साथ अंतरराष्ट्रीय रेडियो संचार में आधिकारिक रूप से शामिल किया गया।

Video देखें: अहमदाबाद विमान हादसे की यह वीडियो।

एयर इंडिया के बयान के अनुसार, इस फ्लाइट में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश और 1 कनाडाई नागरिक सवार थे। हादसे के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और आपदा राहत टीमें तत्काल घटनास्थल पर पहुंचीं और बचाव कार्य में जुट गईं।

Video देखें: नंगल डैम के निकट HRTC की बस को लगी आग।