पंजाब में BJP की नई शुरुआत: क्या सिखों और किसानों का भरोसा जीत पाएगी पार्टी?

चंडीगढ़ । राजवीर दीक्षित

(After Lok Sabha Setback, BJP Targets Rural Punjab with Renewed Membership Campaign) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सितंबर महीने से अपना सदस्यता अभियान शुरू करने जा रही है, जिसमें 18 करोड़ लोगों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के बाद भाजपा का हौसला बुलंद है, लेकिन पंजाब में पार्टी को ग्रामीण क्षेत्रों में खुद को स्थापित करने की बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा।

पंजाब में भाजपा की नई रणनीति
भाजपा इस बार पंजाब में अपने दम पर खड़ी होने का प्रयास कर रही है। लोक सभा चुनाव में अच्छा मत प्रतिशत होने के बावजूद पार्टी को पंजाब में एक भी सीट हासिल नहीं हुई थी। अब भाजपा की नजर ग्रामीण क्षेत्रों पर है, लेकिन वहां सदस्यता अभियान चलाना पार्टी के लिए आसान नहीं होगा।

शहरी सिखों और जट सिखों का समर्थन जुटाना चुनौती
भाजपा के सामने एक और चुनौती शिरोमणि अकाली दल से गठबंधन टूटने के बाद भी शहरी व हिंदुओं की पार्टी की छवि से बाहर निकलने की है। लोक सभा चुनाव के विश्लेषण में यह बात सामने आई कि शहरी सिख और जट सिखों का समर्थन भाजपा को नहीं मिला।

राम मंदिर लहर के बावजूद पंजाब के हिंदुओं के वोटों का बड़ा हिस्सा कांग्रेस को गया, जिससे भाजपा के लिए सिखों और किसानों का भरोसा जीतना महत्वपूर्ण हो गया है।