रुपनगर| राजवीर दीक्षित
(Narayan Singh Chawla Released After 110 Days – Fired at Sukhbir Badal in Golden Temple)26 मार्च – शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल पर हरिमंदिर साहिब में गोली चलाने वाले नारायण सिंह चौड़ा को कोर्ट से जमानत मिलने के बाद आज जेल से रिहा किया जाएगा। चौड़ा पिछले 110 दिनों से रोपड़ जेल में बंद था और चार महीने बाद अब उसे जमानत पर रिहा किया जा रहा है।
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अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश की कोर्ट ने चौड़ा को जमानत दी है। 3 दिसंबर 2024 को चौड़ा ने अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर परिसर में सुखबीर बादल पर फायरिंग कर उनकी हत्या का प्रयास किया था। उस समय सुखबीर बादल अकाल तख्त द्वारा ‘तनखैया’ (धार्मिक कदाचार के दोषी) घोषित किए जाने के बाद ‘सेवा’ कर रहे थे।
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कौन है नारायण सिंह चौड़ा?
नारायण सिंह चौड़ा पंजाब में आतंकवाद के दौर से सक्रिय रहा है। 1984 में वह पाकिस्तान गया, जहां उसने भारत विरोधी संगठनों से संपर्क किया और गुरिल्ला युद्ध से जुड़ा साहित्य लिखा। वह हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी में भी शामिल रहा और पंजाब में कई आतंकी गतिविधियों में उसकी भूमिका सामने आई।
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चौड़ा के खिलाफ अमृतसर, तरनतारन और रोपड़ में UAPA के तहत केस दर्ज हैं। 2013 में उसे तरनतारन से गिरफ्तार किया गया था, जहां से RDX और हथियार बरामद हुए थे। 2004 के बुड़ैल जेल ब्रेक कांड में भी उसका नाम सामने आया था, जिसमें पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के हत्यारे फरार हो गए थे।
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चौड़ा लंबे समय से बादल परिवार के खिलाफ था। 2013 में खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया था कि वह प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर बादल को निशाना बना सकता है। उसने खालिस्तान लिबरेशन आर्मी बनाई थी और खालिस्तानी समर्थकों के बीच रणधीर सिंह के नाम से सक्रिय था। पुलिस जांच में उसके बब्बर खालसा इंटरनेशनल से संबंधों का भी खुलासा हुआ।
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राजनीतिक और सुरक्षा हलकों में बढ़ी हलचल
चौड़ा की रिहाई से राजनीतिक और सुरक्षा हलकों में हलचल तेज हो गई है। सुरक्षा एजेंसियां इस मामले पर पैनी नजर बनाए हुए हैं, क्योंकि चौड़ा पहले भी कई संवेदनशील घटनाओं से जुड़ा रहा है। इस रिहाई को लेकर पंजाब की राजनीति में भी नई बहस छिड़ सकती है।