चंडीगढ़। राजवीर दीक्षित
(Pakistan stops Hindu pilgrims from joining Sikh group for Guru Nanak Jayanti pilgrimage)श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के मौके पर पाकिस्तान ने एक विवादित कदम उठाया है। वाघा सीमा पर पहुंचे हिंदू श्रद्धालुओं को सिख जत्थे के साथ पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं दी गई। बताया जा रहा है कि हिंदू सदस्यों ने सभी इमिग्रेशन औपचारिकताएँ पूरी कर ली थीं, लेकिन पाकिस्तानी अधिकारियों ने उन्हें अचानक रोककर वापस भेज दिया। भारतीय अधिकारियों ने इसे पाकिस्तान का “चौंकाने वाला और अभूतपूर्व” कदम बताया है।
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जानकारी के मुताबिक, ननकाना साहिब जाने वाली विशेष बस में सवार होने से ठीक पहले हिंदू श्रद्धालुओं को सिखों से अलग कर दिया गया। यह भेदभावपूर्ण कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद दोनों समुदायों के बीच दरार पैदा करने की इस्लामाबाद की कोशिश मानी जा रही है। श्रद्धालुओं के यात्रा दस्तावेज़ों में धर्म का उल्लेख था, जिसके आधार पर उन्हें समूह से अलग किया गया।
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दिल्ली निवासी अमर चंद ने बताया कि उन्हें और उनके परिवार को “हिंदू होने” के कारण बस में चढ़ने से रोक दिया गया। लखनऊ के सात अन्य श्रद्धालुओं को भी लौटना पड़ा। खुफिया सूत्रों के मुताबिक, यह कदम भविष्य में करतारपुर कॉरिडोर से गुजरने वाले हिंदू श्रद्धालुओं को प्रभावित कर सकता है।
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बताया गया कि पाकिस्तान हाई कमीशन ने 2,100 से अधिक श्रद्धालुओं को वीज़ा जारी किए थे, जिनमें से केवल 1,796 ही सीमा पार कर सके। वहीं, रोके गए श्रद्धालुओं ने वाघा सीमा पर विरोध दर्ज कराया, जबकि बाकी जत्थे का लाहौर में गर्मजोशी से स्वागत किया गया।

















