दिल्ली में बिकने वाले टॉप 10 व्हिस्की ब्रांड्स में से 7 पंजाब के डिस्टिलर्स के, बड़े-बड़े ब्रांड रहे पीछे, पसंदीदा बनी पंजाब की यह गुमनाम सी व्हिस्की

नई दिल्ली । राजवीर दीक्षित

(Whiskey Game Change: Punjab Distillers Overtake Delhi’s Premium Brands) अगर आप भी पीने के शौकीन हैं, तो क्या दिल्ली में आपको अपनी पसंदीदा व्हिस्की ब्रांड मिलने में मुश्किल हो रही है? आबकारी विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में पंजाब के कम-जानें-माने व्हिस्की ब्रांड्स की बिक्री ज्यादा हो रही है। प्रीमियम IMFL ब्रांड्स, जो बाकी भारत में पॉपुलर हैं, दिल्ली में कम मिल रहे हैं। यह बदलाव 2022 की शराब नीति घोटाले के बाद पुरानी नीति लागू होने के बाद आया है।

टॉप-10 में से 7 ब्रांड पंजाब के डिस्टिलर्स
दिल्ली में व्हिस्की के शौकीनों को अब अपनी पसंदीदा ब्रांड के लिए गुड़गांव या नोएडा का रुख करना पड़ सकता है। जी हां, आपने सही सुना! दिल्ली में अब वही व्हिस्की ब्रांड आसानी से मिल रहे हैं जो बाकी भारत में कम प्रचलित हैं।

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आबकारी विभाग के आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली में बिकने वाले टॉप 10 व्हिस्की ब्रांड्स में से 7 पंजाब के डिस्टिलर्स के हैं। ये ब्रांड्स देश के बाकी हिस्सों में उतने मशहूर नहीं हैं। यह स्थिति 2022 के शराब नीति घोटाले के बाद पुरानी आबकारी नीति लागू होने के बाद देखी गई है। 2023-24 के आंकड़े इस बदलाव की पुष्टि करते हैं।

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कौन-कौन व्हिस्की ब्रांड्स सबसे ज्यादा बिक रहीं?
दिल्ली में बिकने वाले टॉप 10 व्हिस्की ब्रांड्स में से ज्यादातर पंजाब के बसोली, बठिंडा, डेरा बस्सी, संगरूर और पटियाला जैसे शहरों के डिस्टिलर्स द्वारा बनाए जाते हैं। बाकी तीन कंपनियां जम्मू, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ की हैं, लेकिन इनका मार्केट शेयर बहुत कम है। आबकारी विभाग के आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली में बिकने वाले टॉप 10 व्हिस्की ब्रांड्स में 85.4% बिक्री पंजाब के डिस्टिलर्स की है। यह एक बड़ा बदलाव है, क्योंकि पहले दिल्ली में देश के बाकी हिस्सों की तरह ही प्रीमियम IMFL ब्रांड्स ज्यादा बिकते थे।

विवादों में रही दिल्ली की आबकारी नीति
2022 में शराब नीति घोटाले के बाद, जिसमें आम आदमी पार्टी के कई नेताओं की गिरफ्तारी हुई, दिल्ली ने एक सितंबर 2022 को अपनी पुरानी आबकारी नीति लागू कर दी।

इस नीति के तहत आबकारी विभाग L-1 लाइसेंस उन कंपनियों को देता है जिनके पास शराब बनाने का लाइसेंस है। ये L-1 लाइसेंस धारक दिल्ली सरकार की एजेंसियों द्वारा संचालित शराब की दुकानों को शराब सप्लाई करते हैं। ये एजेंसियां हैं DSIIDC, DTTDC, दिल्ली कंज्यूमर कोऑपरेटिव होलसेल स्टोर और दिल्ली स्टेट सिविल सप्लाईज कॉर्पोरेशन लिमिटेड।

क्या दिल्ली के शराब बाजार में आएगा बदलाव?
पंजाब में आप फरवरी 2022 में पूर्ण बहुमत से सत्ता में आई थी। उसी साल शराब नीति घोटाले के आरोप लगे और पुरानी नीति लागू हुई। 2023-24 के आंकड़े, पुरानी नीति लागू होने के बाद के पहले साल के हैं, जो दर्शाते हैं कि दिल्ली में लोगों की पसंद कैसे बदल गई है।

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पंजाब के डिस्टिलर्स को L-1 लाइसेंस मिलने से दिल्ली में अब कम-जानें-माने व्हिस्की ब्रांड ज्यादा बिक रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में दिल्ली के शराब बाजार में क्या बदलाव आते हैं। क्या दिल्ली वालों को अपनी पसंद की व्हिस्की के लिए दूसरे राज्यों का रुख करना पड़ेगा या फिर बाजार में नए ब्रांड्स अपनी जगह बना पाएंगे?