लुधियाना । राजवीर दीक्षित
(Punjab STF Inspector Arrested in Major Drug Trafficking Scandal) पंजाब एसटीएफ ने नशा तस्करी के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए STF के ही लुधियाना रेंज के इंचार्ज इंस्पेक्टर गुरमीत सिंह को गिरफ्तार किया है।
STF डीएसपी हरपाल सिंह ग्रेवाल ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि एसटीएफ की ओर से सितंबर माह के अंत में एक एफआईआर दर्ज करके 690 ग्राम अफीम की रिकवरी दिखाई थी। मामले में सब इंस्पेक्टर गुरमीत सिंह ने विभाग को गलत जानकारी दी और मौका वारदात की जगह गलत बताई।
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इसके अलावा आरोपी को पहले अवैध हिरासत में रखा गया था। इस दौरान पुलिसकर्मी की ओर से अपने डीएसपी को मिसगाइड किया गया। आरोपी को कहीं ओर से पकड़ा और कहीं और जगह की गिरफ्तारी दिखाई।
मामले की जांच के दौरान पाया गया कि आरोपी पुलिसकर्मी की ओर से बीएनएस एक्ट और एनडीपीएस एक्ट का उल्लंघन किया गया है। इसके बाद आरोपी पुलिसकर्मी को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपी पुलिसकर्मी को भी उक्त केस में अरेस्ट किया गया है।
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दूसरी ओर आरोपी इंस्पेक्टर गुरमीत सिंह ने स्वयं को निर्दोंष बताया है। गुरमीत सिंह ने कहा उनपर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं।
वहीं जब गुरमीत सिंह के आरोपों पर STF एआईजी स्नेहदीप शर्मा से बात की गई तो उन्होंनें कहा कि आरोपी इंस्पेक्टर झूठ बोल रहे हैं। वे डीएसपी पर भी गलत आरोप लगा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि 17 सितंबर को गुरमीत सिंह ने पटियाला के घग्गा गांव से अफीम तस्करों को गिरफ्तार किया था। डीसीपी को गलत जानकारी देते हुए बताया गया कि आरोपियों को लुधियाना से पकड़ा है। इसके बाद मोहाली में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
डीएसपी सतविंदर सिंह विरक को आरोपियों से पूछताछ के दौरान पता चला कि उन्हें पटियाला से गिरफ्तार किया गया। इसके बाद लुधियाना में एक दिन अवैध हिरासत में रखा गया। फिर उनकी गिरफ्तारी की लोकेशन लुधियाना बताई गई।
मामले संदिग्ध लगने पर डीएसपी विरक ने उच्च अधिकारियों के ध्यान में मामला लाया। इसके लेकर गुरमीत सिंह से जब पूछताछ की गई तो वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।