चंडीगढ़ । राजवीर दीक्षित
(North India Faces Severe Cold Wave as Temperatures Plummet) उत्तर भारत में सर्दी अपने चरम पर पहुंच चुकी है। खासकर पंजाब और चंडीगढ़ में तापमान तेजी से गिर रहा है, जिससे लोग कड़ाके की ठंड का सामना कर रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने की संभावना है। 15 दिसंबर तक पंजाब और चंडीगढ़ के अधिकांश इलाकों में पारा गिरने का अनुमान है।
तापमान में भारी गिरावट
पंजाब में सर्दी का असर सबसे अधिक देखा जा रहा है। पठानकोट का तापमान 2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जबकि राज्य के अन्य 7 शहरों में तापमान 5 डिग्री से कम दर्ज किया गया है। चंडीगढ़ में भी तापमान में 0.4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पंजाब के पठानकोट, अमृतसर, जालंधर, तरनतारन, होशियारपुर और अन्य जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। अगले कुछ दिनों में तापमान में 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हो सकती है।
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क्या पंजाब का तापमान 0 डिग्री तक गिर सकता है?
हालांकि फिलहाल IMD या किसी अन्य आधिकारिक एजेंसी ने पंजाब में तापमान के 0 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की भविष्यवाणी नहीं की है, लेकिन एप्पल वेदर ऐप का अनुमान है कि जालंधर और अमृतसर जैसे शहरों में तापमान 1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। 18 दिसंबर को जालंधर और अमृतसर का न्यूनतम तापमान 1 डिग्री और पठानकोट का तापमान 2 डिग्री तक गिरने की संभावना है।
सर्दी के पीछे का कारण
पंजाब और अन्य उत्तरी राज्यों में पड़ रही इस कड़ाके की सर्दी का मुख्य कारण पश्चिमी विक्षोभ है। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो रही बर्फबारी का सीधा असर पंजाब के मैदानी इलाकों पर पड़ रहा है। पहाड़ों से आने वाली ठंडी हवाएं तापमान को तेजी से गिरा रही हैं।
इसके साथ ही, पिछले एक हफ्ते से बारिश नहीं होने के कारण मौसम शुष्क बना हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, इस दिसंबर में पंजाब में 84% और चंडीगढ़ में 91% कम बारिश हुई है। कई जिलों में बिल्कुल भी बारिश नहीं हुई, जिससे ठंड और बढ़ गई है।
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येलो अलर्ट और सतर्कता
IMD ने पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, जालंधर, फिरोजपुर और अन्य जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। इसका मतलब है कि लोगों को सतर्क रहने और ठंड से बचने के उपाय करने की सलाह दी गई है। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
जनजीवन पर प्रभाव
ठंड का असर जनजीवन पर साफ दिख रहा है। स्कूलों में उपस्थिति घट रही है, जबकि बाहर काम करने वाले मजदूरों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। सुबह और देर रात के समय कोहरे की वजह से सड़क दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ गया है।
ठंड से बचाव के उपाय
विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड के इस मौसम में गर्म कपड़े पहनने, गर्म पेय पदार्थों का सेवन करने और अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी जाती है। साथ ही, वाहन चालकों को कोहरे के दौरान धीमी गति से वाहन चलाने की हिदायत दी गई है।
पंजाब और चंडीगढ़ में सर्दी ने इस बार लोगों को कड़ी चुनौती दी है। लगातार गिरते तापमान और बारिश की कमी ने ठंड को और भी कठोर बना दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, यह ठंड अभी कुछ और दिनों तक जारी रह सकती है। इसलिए, सतर्क रहें और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।