चंडीगढ़ । राजवीर दीक्षित
(Punjab’s Revenues Soar: A Record-Breaking Rs 30,000 Crore Milestone Achieved) पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि राज्य ने पहली बार वित्तीय वर्ष के पहले नौ महीनों के दौरान मूल्य वर्धित कर (वैट), केंद्रीय बिक्री कर (सीएसटी), माल और सेवा कर (जीएसटी), पंजाब राज्य विकास कर (पीएसडीटी) और उत्पाद शुल्क से राजस्व संग्रह में 30,000 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लिया है।
उन्होंने एक बयान में कहा, “चालू वित्त वर्ष में दिसंबर तक इन करों से प्राप्त कुल राजस्व 31,156.31 करोड़ रुपये है, जबकि वित्त वर्ष 2023-24 में इन करों से कुल राजस्व संग्रह 27,927.31 रुपये करोड़ था।”
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श्री चीमा ने कहा कि राज्य ने दिसंबर 2023 की तुलना में दिसंबर 2024 के लिए अपने शुद्ध जीएसटी और आबकारी राजस्व में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी है। उन्होंने कहा, “राज्य ने शुद्ध जीएसटी राजस्व में 28.36% और आबकारी राजस्व में 21.31% की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की है।”
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वित्त मंत्री ने कहा कि दिसंबर 2024 में अकेले शुद्ध जीएसटी से राजस्व संग्रह 2,013.20 रुपये करोड़ था, जो दिसंबर 2023 में Rs 1,568.36 करोड़ के शुद्ध जीएसटी संग्रह से 444.84 रुपये करोड़ अधिक है। उन्होंने कहा, “इसी तरह, दिसंबर 2024 में उत्पाद शुल्क से राजस्व 880.92 करोड़ रुपये रहा, जो दिसंबर 2023 में एकत्र 726.17 करोड़ रुपये से 154.75 करोड़ रुपये अधिक है।”
उन्होंने कहा कि ये आंकड़े राज्य की मजबूत आर्थिक नीतियों के संकेत हैं और विभिन्न क्षेत्रों में राजस्व संग्रह में लगातार वृद्धि राजस्व प्रवाह को बढ़ाने के लिए आबकारी एवं कराधान विभाग द्वारा कार्यान्वित उपायों की प्रभावशीलता को दर्शाती है।