राधा स्वामी ब्यास डेरे को लेकर संगत के लिए बड़ी खबर, जाने केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत बिट्टू ने क्या दिए आदेश।

चंडीगढ़ । राजवीर दीक्षित

(Radha Soami Beas Station to Get World-Class Infrastructure) राधा स्वामी डेरा ब्यास की संगत के लिए अच्छी खबर सामने आई है। अब भारतीय रेलवे डेरा राधा स्वामी सत्संग प्रबंधन को हरसंभव सहयोग देगा। सत्संग के दौरान और सामान्य दिनों में अधिकांश यातायात रेलवे से पंजाब के ब्यास शहर में स्थित डेरा तक जाता है।

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डेरा राधा स्वामी सत्संग के सदस्यों और उत्तर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श के बाद रेलवे एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा है कि अमृत भारत स्टेशनों के तहत पुनर्विकसित किए जा रहे रेलवे स्टेशन ब्यास के नए स्टेशन भवन को सभी नागरिक सुविधाओं के साथ विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा स्टेशन बनाया जाएगा।

मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि वे ब्यास रेलवे स्टेशन का दौरा करें तथा टेंडर जारी होने तथा डिजाइन को अंतिम रूप से स्वीकृत होने से पहले डेरा प्रबंधन द्वारा दिए गए सुझावों के तहत कुछ संशोधन करें।

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केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू ने कहा कि ब्यास रेलवे स्टेशन पर पीक सीजन में 30 से 40 हजार यात्री तथा प्रतिदिन 6000 यात्री आते-जाते हैं। डेरा के प्रतिनिधिमंडल ने स्टेशन के प्रस्तावित लेआऊट में कुछ बदलावों का सुझाव दिया, जिसके लिए मंत्री ने महाप्रबंधक उत्तर रेलवे को जांच करने के निर्देश दिए।

प्रतिनिधिमंडल का मानना था कि ब्यास रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ को देखते हुए प्रस्तावित डिजाइन में मौजूदा 2 प्लेटफार्म के अलावा 2 और प्लेटफार्म लाइनें बनाई जानी चाहिएं।

डेरा की तरफ से रेलवे स्टेशन में प्रवेश के लिए सर्कुलेटिंग एरिया तथा स्टेशन भवन से सीधा रास्ता होना चाहिए। छत प्लाजा को प्रस्तावित 24 मीटर से बढ़ाकर 36 मीटर किया जाना चाहिए। प्रस्तावित मल्टी लेवल पार्किंग के स्थान पर सतही पार्किंग दी जानी का सुझाव दिया, जिसके लिए मंत्री ने महाप्रबंधक उत्तर रेलवे को जांच करने के निर्देश दिए।

प्रतिनिधिमंडल का मानना था कि ब्यास रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ को देखते हुए प्रस्तावित डिजाइन में मौजूदा 2 प्लेटफार्म के अलावा 2 और प्लेटफार्म लाइनें बनाई जानी चाहिएं। डेरा की तरफ से रेलवे स्टेशन में प्रवेश के लिए सर्कुलेटिंग एरिया तथा स्टेशन भवन से सीधा रास्ता होना चाहिए। छत प्लाजा को प्रस्तावित 24 मीटर से बढ़ाकर 36 मीटर किया जाना चाहिए।

प्रस्तावित मल्टी लेवल पार्किंग के स्थान पर सतही पार्किंग दी जानी का सुझाव दिया, जिसके लिए मंत्री ने महाप्रबंधक उत्तर रेलवे को जांच करने के निर्देश दिए। प्रतिनिधिमंडल का मानना था कि ब्यास रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ को देखते हुए प्रस्तावित डिजाइन में मौजूदा 2 प्लेटफार्म के अलावा 2 और प्लेटफार्म लाइनें बनाई जानी चाहिएं।

डेरा की तरफ से रेलवे स्टेशन में प्रवेश के लिए सर्कुलेटिंग एरिया तथा स्टेशन भवन से सीधा रास्ता होना चाहिए। छत प्लाजा को प्रस्तावित 24 मीटर से बढ़ाकर 36 मीटर किया जाना चाहिए। प्रस्तावित मल्टी लेवल पार्किंग के स्थान पर सतही पार्किंग दी जानी है।

मीटिंग में सीनियर अधिकारियों में शोभम चौधरी जनरल मैनेजर उत्तरी रेलवे, एस. विजय प्रताप प्रिंसीपल चीफ इंजीनियर उत्तरी रेलवे तथा डेरे से आए वफद में डी.के. सीकरी सचिव आरएसएसबी, गुरविन्द्र सिंह जोनल सचिव, श्रीमती सीमा धीर रेलवे इंचार्ज, एयर मार्शल रिटायर, वीएम खन्ना तथा आरके गुप्ता चीफ इंजीनियर शामिल थे।