भाखड़ा डैम पावरहाउस में घुसा बारिश का पानी, भू-स्खलन से बंद हुए रास्ते, नहरों के कटाव से बढ़ा खतरा, गेट 7 फीट तक खोले गए।

नंगल । राजवीर दीक्षित
(Rainwater Enters Bhakra Dam Powerhouse, Landslides Block Roads, Gates Opened 7 Feet)भारी बारिश ने भाखड़ा डैम क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। देर रात अचानक बारिश का पानी भाखड़ा डैम के पावरहाउस में घुस गया, जिससे अफरा-तफरी मच गई। पावरहाउस की गैलरियों में पानी भरते ही ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों ने तुरंत पानी निकालने की कार्रवाई शुरू कर दी।

➡️ हमारे Video चैनल को देखने के लिए इस Line को Click करें, Follow करें व Like करें। आपको Updates मिलते रहेंगे।

इधर, डैम के दोनों किनारों पर बने पावरहाउस तक जाने वाले रास्ते पहाड़ी इलाक़ों में हुए भू-स्खलन के मलबे से पूरी तरह बंद हो गए। सोमवार शाम तक खबर लिखे जाने तक सड़कें जाम पड़ी थीं, जिसके कारण अन्य कर्मचारी पावरहाउस तक नहीं पहुँच सके और पहले से ड्यूटी कर रहे कर्मचारी अंदर ही फंसे रह गए।

Video देखें: कोशिश करने वालो की कभी हार नही होती @हरजोत सिंह बैंस

भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) के मुख्य अभियंता जगजीत सिंह ने बताया —
“कर्मचारियों की सतर्कता से बड़ा नुकसान टल गया। भारी पंपों से तुरंत पानी निकाला गया। बिजली उत्पादन जारी है, इसमें किसी प्रकार की रुकावट नहीं आई।”

Video देखें: सतलुज झील के बहाव में लक्ष्मी नारायण मंदिर का किनारा बहा,मंत्री हरजोत बैंस ने ली जानकारी।

🌊 नहरों के कटाव से टूटा संकट का एक और दरवाज़ा लगातार हो रही बारिश के चलते नंगल डैम से निकलने वाली दो बड़ी नहरों पर भी खतरा मंडरा रहा है। आनंदपुर साहिब के मिंडवा गाँव के पास नहरों के किनारों का तेज़ी से कटाव हो रहा है, जिससे टूटने का ख़तरा पैदा हो गया है।
सबसे गंभीर स्थिति आनंदपुर साहिब हाइडल नहर पर बनी है, जिसकी देखभाल पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (PSPCL) के पास है। स्थानीय ग्रामीणों और किला आनंदगढ़ साहिब के स्वयंसेवकों ने मिलकर नहर के किनारे मज़बूत करने का काम तुरंत शुरू कर दिया।

Video देखें: पंजाब शिक्षा मंत्रालय के जारी आदेशों को प्राइवेट स्कूल द्वारा न मानने का मामला।

📢 पंजाब के शिक्षा मंत्री और आनंदपुर साहिब के विधायक हरजोत सिंह बैंस ने बताया —
“स्थानीय ग्रामीणों ने समय रहते कटाव देखा और तुरंत कार्रवाई की, वरना कई गाँव नहर के पानी में डूब जाते।”
जानकारी के मुताबिक, PSPCL की लापरवाही के चलते यह नहर पहले से ही ख़राब हालत में थी। वहीं, नंगल हाइडल नहर (BBMB के अधीन) पर भी कटाव की स्थिति सामने आई है।

Video देखें: मंजूरी न मिलने से करोड़ो रुपए का बह गया मकान व कारोबार।

BBMB के चीफ़ इंजीनियर सीपी सिंह के अनुसार —
“कटे हुए हिस्से को प्लास्टिक शीट से ढका गया है और नुकसान की मरम्मत का काम जारी है।”
💧 पानी का रुख बदलने की मजबूरी – सतलुज के किनारे गाँवों के लिए नया ख़तरा मरम्मत कार्य के लिए नहरों में पानी का डिस्चार्ज कम करना पड़ेगा। ऐसे में BBMB को सतलुज में अधिक पानी छोड़ना पड़ सकता है, जिससे नदी किनारे बसे गाँवों पर बाढ़ का ख़तरा बढ़ सकता है।

Video देखें: बरसात के नुकसान से निपटने के लिए मंत्री हरजोत सिंह बैंस टीम उतरी मैदान में।

📌 कुल मिलाकर, भाखड़ा डैम क्षेत्र में बारिश, भू-स्खलन, नहरों के कटाव और जलस्तर के बढ़ते दबाव ने एक साथ कई मोर्चे खोल दिए हैं। राहत और मरम्मत टीमें लगातार जुटी हुई हैं, लेकिन मौसम की मार अभी भी जारी है। फिलहाल की अपडेट के अनुसार भाखड़ा डैम में जलस्तर केवल 2 फीट कम रह गया है व बोर्ड प्रबन्धन ने स्पिल-वे गेटों को खोल कर 5 से 7 फीट कर दिया है।