दिल्ली। राजवीर दीक्षित
(Indian-Origin Scientist Gurtej Sandhu Breaks Thomas Edison’s Patent Record)भारतीय मूल के वैज्ञानिक गुरतेज संधू ने विज्ञान और टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक नया इतिहास रच दिया है। अमेरिकी आविष्कारक थॉमस एडिसन का रिकॉर्ड तोड़ते हुए, संधू ने 1,325 अमेरिकी पेटेंट प्राप्त किए हैं, जबकि एडिसन के नाम 1,093 पेटेंट थे। इस उपलब्धि ने उन्हें दुनिया के शीर्ष आविष्कारकों में शामिल कर दिया है।
गुरतेज संधू: भारतीय प्रतिभा का वैश्विक सम्मान
लंदन में जन्मे लेकिन भारतीय जड़ों से जुड़े गुरतेज संधू ने IIT दिल्ली से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और फिर नॉर्थ कैरोलाइना यूनिवर्सिटी से भौतिक विज्ञान में पीएच.डी. प्राप्त की। उनकी विशेषज्ञता एकीकृत सर्किट और अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी में रही है।
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माइक्रोन टेक्नोलॉजी में क्रांतिकारी योगदान
गुरतेज संधू वर्तमान में माइक्रोन टेक्नोलॉजी के उपाध्यक्ष हैं और कंपनी के सबसे बड़े इनोवेटर्स में से एक माने जाते हैं। उनके नेतृत्व में माइक्रोन ने वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाइयों को छुआ और अब इसके पास 40,000 से अधिक पेटेंट हैं, जिनमें से 1,325 अकेले संधू के नाम पर दर्ज हैं।
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वैज्ञानिक समुदाय में सम्मान
संधू की उपलब्धियों को मान्यता देते हुए, उन्हें 2018 में प्रतिष्ठित “एंड्रयू एस. ग्रोव अवार्ड” से सम्मानित किया गया, जो इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग में दिए जाने वाले सर्वोच्च पुरस्कारों में से एक है।
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नवाचार की दुनिया में एक नई मिसाल
गुरतेज संधू की यात्रा संघर्षों और उपलब्धियों से भरी रही है। उन्होंने साबित कर दिया कि एक भारतीय मूल का वैज्ञानिक वैश्विक स्तर पर टेक्नोलॉजी को नई दिशा दे सकता है। उनके रिकॉर्ड-ब्रेकिंग पेटेंट न केवल विज्ञान के क्षेत्र में उनकी महानता को दर्शाते हैं, बल्कि यह भी दिखाते हैं कि भारत की प्रतिभा दुनिया भर में अपनी छाप छोड़ रही है।
गुरतेज संधू की यह ऐतिहासिक उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी