रूपनगर में शिकारकांड पर बवाल – वन अधिकारियों पर ‘ढिलाई’ के आरोप, DFO ने बिठाई जांच

रूपनगर । राजवीर दीक्षित

(Rupnagar poaching row – Forest officials under fire, DFO orders inquiry)रूपनगर जिले में एक जंगली सूअर के शिकार के मामले ने वन विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। वन रक्षक प्रभजोत कौर ने आरोप लगाया है कि वरिष्ठ अधिकारी पूरे मामले में सहयोग नहीं कर रहे और केस को दबाने की कोशिश हो रही है।

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सूत्रों के अनुसार, 22 अगस्त को चमकौर साहिब के सैदपुर गांव में शिकार की सूचना मिलते ही प्रभजोत कौर, ब्लॉक अफसर सुखबीर सिंह और एक दैनिक वेतनभोगी मौके पर पहुंचे। वहां खून के धब्बे और जले हुए बाल मिले, जिनके डीएनए सैंपल लिए गए। नजदीकी घर के CCTV फुटेज में आरोपियों को मोटरसाइकिल पर जंगली सूअर ले जाते हुए भी कैद किया गया।

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जांच के दौरान छह व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया और हथियार तथा मोटरसाइकिल भी बरामद किए गए। बावजूद इसके, प्रभजोत का कहना है कि ठोस सबूत होने के बाद भी अधिकारियों द्वारा मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है।

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इस पर प्रतिक्रिया देते हुए डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (वन्यजीव) कुलराज सिंह ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच बिठाई गई है। उन्होंने स्पष्ट किया – 👉 “जानवर का मांस बरामद नहीं हुआ है, इसलिए आरोपियों की भूमिका, विभागीय अधिकारियों की संलिप्तता और शिकायतकर्ता गार्ड के आरोप – सभी की गहन जांच होगी। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

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इस पूरे घटनाक्रम ने रूपनगर में वन विभाग की छवि पर सवालिया निशान लगा दिए हैं और अब सबकी निगाहें जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं।