शिमला । राजवीर दीक्षित
(Seven Thursday’ cheque row: Drawing teacher suspended, action against Principal under consideration)सरमौर ज़िले के रोनहाट स्थित सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से जारी “Saven Thursday Six Harendra Sixty” वाले वायरल चेक मामले ने अब आधिकारिक कार्रवाई का रूप ले लिया है। हिमाचल प्रदेश के शिक्षा निदेशालय ने ड्रॉइंग टीचर अत्तर सिंह को निलंबित कर दिया है। उन्होंने लिखित रूप में स्वीकार किया कि वही इस चेक को भरने के जिम्मेदार थे, जिससे राज्य की शिक्षा प्रणाली को राष्ट्रीय स्तर पर शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा।
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सरमौर के प्राथमिक शिक्षा उपनिदेशक राजीव ठाकुर ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि अत्तर सिंह ने “मन के विचलन” के कारण चेक गलत तरीके से भरने की बात कबूल की। ठाकुर ने कहा, “उन्होंने लिखित रूप से स्वीकार किया है कि चेक लापरवाही में भरा गया था, जिससे सरकार और शिक्षा विभाग की छवि को नुकसान पहुंचा। इसलिए उन्हें निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, हरिपुरधार रहेगा।”
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25 सितंबर को पीएम पोषण योजना के तहत ₹7,616 का यह चेक जारी किया गया था। चेक पर “Saven Thursday Six Harendra Sixty Rupees Only” लिखे जाने से वह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे सरकार और विभाग की कार्यप्रणाली पर सार्वजनिक उपहास हुआ और प्रशासनिक लापरवाही उजागर हुई।
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शिक्षा निदेशालय, शिमला ने माना कि यह मामला “अनावश्यक राष्ट्रीय ध्यान” का कारण बना और विभाग की छवि को “कलंकित” किया। इसी क्रम में रोनहाट स्कूल के प्रिंसिपल कुलदीप सिंह और ड्रॉइंग टीचर अत्तर सिंह को आज शिमला स्थित निदेशालय में तलब किया गया, जहाँ उनसे इस भूल के हालातों पर स्पष्टीकरण मांगा गया।
व्यक्तिगत सुनवाई के दौरान अत्तर सिंह ने गलती अनजाने में होने की बात स्वीकार की, परंतु शिक्षा निदेशक आशीष कोहली ने इस स्पष्टीकरण को अस्वीकार कर दिया। कठोर रुख अपनाते हुए निदेशालय ने सरमौर के उपनिदेशक को संबंधित शिक्षक को निलंबित करने और केंद्रीय सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम, 1965 के नियम 10 के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए।
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इसके साथ ही, विद्यालय के प्रिंसिपल और ड्रॉइंग एवं वितरण अधिकारी (DDO) कुलदीप सिंह पर भी कार्रवाई पर विचार किया जा रहा है।
प्राथमिक शिक्षा निदेशक, शिमला, आशीष कोहली ने कहा कि विभाग भविष्य में ऐसी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा, “विभाग राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थानों में प्रशासनिक अनुशासन, वित्तीय मर्यादा और संस्थागत ईमानदारी बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता जो विभाग की छवि को धूमिल करती है, उस पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।