BBMB अस्पताल का मामला लोकसभा में गूंजा, पंजाब के स्वास्थ्य का मुद्दा पूर्व क्रिकेटर हरभजन ने उठाया: बोले- एम्स-पीजीआई की तर्ज पर बने बोर्ड का अस्पताल।

चंडीगढ़ । राजवीर दीक्षित

(Transform Talwara Hospital into AIIMS or PGI, Says MP Harbhajan Singh) राज्यसभा सांसद और पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने आज संसद में पंजाब के तलवाड़ा में खंडहर में तब्दील हो रहे भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड के अस्पताल का मुद्दा उठाया।

उन्होंने सदन में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के सामने इस मुद्दे पर बात की और इस अस्पताल को सही तरीके से तैयार करने के फायदे भी बताए।

हरभजन सिंह ने कहा कि उक्त अस्पताल को एम्स और पीजीआई में तब्दील किया जा सकता है, क्योंकि अस्पताल उस लायक बनाया जा सकता है और सरकार का इस पर खर्च भी कम आएगा।

➡️ देखें Video: पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ के कंसर्ट में जस्टिन ट्रुडो का सरप्राइज विजिट 

पूर्व क्रिकेटर सांसद हरभजन सिंह ने राज्यसभा में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि, आज मैं आपके समक्ष पंजाब की स्वास्थ्य सेवाओं का मुद्दा उठाना चाहता हूं। हरभजन ने कहा कि, रोटी, कपड़ा और मकान के साथ-साथ स्वास्थ्य सुविधाएं भी हमारे लोगों के लिए उतनी ही जरूरी हैं।

केंद्र सरकार का नारा है कि सबका साथ-सबका विकास, ऐसे में सभी का इलाज होना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि, तलवाड़ा में बीबीएमबी अस्पताल केंद्र सरकार के अधीन बनाया गया था। पहले लोग सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय कर इलाज के लिए आते थे। लेकिन, केंद्र सरकारों की लापरवाही के कारण आज उक्त अस्पताल का स्तर दिन-प्रतिदिन गिरता जा रहा है।

हरभजन सिंह ने आगे कहा कि, अस्पताल में स्टाफ, डॉक्टर, उपकरण और अन्य कमियों की वजह से उक्त अस्पताल में आने वाले मरीजों को कोई दूसरा विकल्प तलाशना पड़ता है। ऐसे में उन्हें वहां से रेफर कर दिया जाता है। ज्यादातर मरीजों को चंडीगढ़ पीजीआई रेफर किया जाता है, जहां पहले से ही काफी भीड़ है। हमारे लोग वहां से इलाज नहीं करा पाते।

➡️ Canada से ‘द टारगेट न्यूज’ इस लाइन को Click करें और देखे लोगो के दिन की शुरुआत।

कई बार ऐसा होता है कि मरीज को यहां से चंडीगढ़ रेफर कर दिया जाता है और इलाज के अभाव में मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देता है। क्योंकि रास्ता बहुत लंबा है।

केंद्र सरकार पूरे देश में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बना रही है, उसी तरह इस अस्पताल को भी अच्छे से चलाया जाना चाहिए। इस अस्पताल को एम्स और पीजीआई जैसे अस्पताल में तब्दील किया जा सकता है।

क्योंकि उक्त अस्पताल में 100 से ज्यादा बेड की व्यवस्था है। साथ ही हर तरह से यह अस्पताल एम्स और पीजीआई में तब्दील होने में सक्षम है। इससे सरकार का खर्च भी बचेगा और जम्मू-हिमाचल से लोग यहां आकर इलाज करा सकेंगे।