बड़ी खबर: नगर निगम के एक्सईएन पर विजिलेंस का शिकंजा, छापे से पहले ही फरार हुआ निगम इंजीनियर

बठिंडा। राजवीर दीक्षित
(Major Raid: Vigilance Cracks Down on Municipal Engineer for Corruption)बठिंडा: नगर निगम बठिंडा के एक्सईएन (सिविल ब्रांच) के खिलाफ विजिलेंस विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आय से अधिक संपत्ति के मामले में केस दर्ज किया है। विजिलेंस ने उनके घर और दफ्तर पर छापेमारी की, लेकिन आरोपी पहले ही फरार हो चुका था।

1.83 करोड़ की संपत्ति का खुलासा, असली आंकड़ा और बड़ा होने की आशंका

जांच के दौरान विजिलेंस विभाग को पता चला कि एक्सईएन के पास आय से लगभग 1.83 करोड़ रुपये अधिक की संपत्ति है। अधिकारियों का मानना है कि यह आंकड़ा कहीं अधिक हो सकता है, जिसकी विस्तृत जांच उनकी गिरफ्तारी के बाद ही संभव होगी।

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कालोनाइजरों से गहरे संबंध, अवैध निर्माणों में भूमिका

सूत्रों के अनुसार, आरोपी एक्सईएन पर बड़े शोरूम और इमारतों की नक्शा प्रक्रिया में अनियमितताओं के आरोप हैं। पहले भी उन पर कई शिकायतें दर्ज हुई थीं, जिसके कारण उनका तबादला कर दिया गया था, लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते वह दोबारा बठिंडा में तैनात हो गए।

छापे से पहले ही फरार, विजिलेंस की टीम तलाश में जुटी

जैसे ही विजिलेंस टीम ने उनके जुझार सिंह नगर स्थित घर और नगर निगम दफ्तर पर छापा मारा, पूरे निगम में हड़कंप मच गया। हालांकि, आरोपी को पहले ही जानकारी मिल चुकी थी, जिससे वह फरार होने में सफल रहा।

गिरफ्तारी की कोशिशें तेज, मोबाइल लोकेशन ट्रैक करने की कवायद

विजिलेंस विभाग लगातार आरोपी की तलाश में जुटा है और उसके मोबाइल की लोकेशन ट्रैक करने का प्रयास कर रहा है। लेकिन दोपहर से उसका फोन बंद आ रहा है।

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अवैध संपत्ति और भ्रष्टाचार के आरोपों में जल्द होगी गिरफ्तारी?

प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी एक्सईएन के कई बड़े कालोनाइजरों से करीबी संबंध हैं और उसने अवैध कॉलोनियों में भी निवेश किया है। विजिलेंस टीम जांच को तेजी से आगे बढ़ा रही है और जल्द ही आरोपी की गिरफ्तारी संभव हो सकती है।

बठिंडा में इस हाई-प्रोफाइल छापेमारी के बाद सरकारी महकमों में हड़कंप मच गया है। अब देखना यह होगा कि आरोपी कब तक कानून से बच पाता है।