चंडीगढ़ । राजवीर दीक्षित
(Haryana’s New Government: CM and 12 MLAs Set to Take Oath Amid Cabinet Formation Buzz) हरियाणा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को मिली शानदार जीत के बाद राज्य में नई सरकार बनाने की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है।
कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आलाकमान और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ मंत्रिमंडल के गठन को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा की है। इस बीच, शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों में भी तेजी आई है।
इस समारोह में मुख्यमंत्री के साथ 12 विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। मंत्रिमंडल में हर जाति और क्षेत्र का ध्यान रखा जाएगा, ताकि सभी वर्गों का उचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित हो सके।
जहां से कोई विधायक चुनकर नहीं आया है, वहां से चेयरमैन बनाए जाने की संभावना है, लेकिन इसका अंतिम निर्णय शपथ ग्रहण समारोह के बाद लिया जाएगा।
➡️ देखें Video: भगवान श्री वाल्मीकि विशाल तीर्थ यात्रा का हिमाचल से अमृतसर जाने के दौरान नंगल में हुआ भव्य स्वागत।
डिप्टी सीएम का पद रहेगा खाली
पूर्ण बहुमत की सरकार बनने पर इस बार डिप्टी सीएम का पद खाली रखा जाएगा। आवश्यकता के अनुसार ही इस पद पर किसी को नियुक्त किया जाएगा। यह निर्णय सरकार की कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए लिया गया है।
➡️ देखें Video: तस्करों के निशाने पर नंगल के जंगल, लाखों रुपए की कीमती “खैर” ले गए काट कर।
स्पीकर पद के लिए RSS बैकग्राउंड वाले विधायक
स्पीकर पद के लिए RSS बैकग्राउंड वाले विधायक को चुना जाएगा। इस पद के लिए हरविंद्र कल्याण, मूलचंद शर्मा और अनिल विज के नाम सबसे आगे हैं। इन नामों पर चर्चा जारी है और यह तय किया जाएगा कि कौन सा विधायक इस महत्वपूर्ण पद को संभालेगा।
कैबिनेट में शामिल होने वाले 12 विधायक
मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले 12 विधायकों की सूची में अनिल विज, महिपाल ढांडा, कृष्णा गहलावत, सुनील सांगवान, विपुल गोयल, रामकुमार गौतम, अरविंद शर्मा, रणबीर गंगवा, आरती राव, लक्ष्मण यादव, कृष्ण बेदी, कृष्ण लाल पंवार, विनोद भयाणा और कृष्ण मिड्ढा शामिल हैं। इन विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा, जिससे हरियाणा की राजनीति में नए बदलाव देखने को मिलेंगे।
रणबीर गंगवा की कैबिनेट में रुचि
बरवाला से चुनकर आए रणबीर गंगवा कैबिनेट मंत्री बनने के इच्छुक हैं, लेकिन उन्हें ना तो डिप्टी स्पीकर के लिए दोबारा चुना जाएगा और ना ही स्पीकर के लिए। यह निर्णय पार्टी के भीतर की रणनीति का हिस्सा है।