चंडीगढ़ । राजवीर दीक्षित
(Property Prices Surge in Punjab: Government Increases Collector Rates Up to 20%) पंजाब में अब औद्योगिक क्षेत्र में प्लॉट खरीदना महंगा हो गया है, क्योंकि सरकार ने जमीनों की कलेक्टर दरों में 20% तक की वृद्धि करने का फैसला किया है।
राजस्व विभाग ने राज्य की रिहायशी, औद्योगिक, व्यावसायिक, और कृषि भूमि के कलेक्टर रेट में 5% से 20% तक की बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा है। यह वृद्धि जमीन की मौजूदा स्थिति और बाजार दरों के आधार पर तय की जाएगी।
सरकार का लक्ष्य इस कदम से प्रॉपर्टी लेनदेन के माध्यम से 1500 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व जुटाना है। हर जिले में प्रॉपर्टी की लोकेशन और अन्य कारकों के आधार पर कलेक्टर रेट में 5% से 20% तक की बढ़ोतरी की जाएगी।
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पटियाला जिले में कलेक्टर रेट पहले ही बढ़ाए जा चुके हैं, जबकि अन्य जिलों में भी इसी तरह की वृद्धि के निर्देश दिए गए हैं। इस संबंध में राजस्व विभाग के अधिकारियों की बैठक हो चुकी है और इस पर रणनीति भी तैयार कर ली गई है।
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औद्योगिक प्रॉपर्टी के रेट भी बढ़ेंगे
हालांकि पंजाब में उद्योगों का पलायन हो रहा है, फिर भी सरकार ने औद्योगिक और व्यावसायिक क्षेत्रों को भी कलेक्टर रेट में वृद्धि के दायरे में शामिल किया है।
लुधियाना, जालंधर, अमृतसर, बठिंडा और पटियाला जैसे शहरों में औद्योगिक और व्यावसायिक प्रॉपर्टी के कलेक्टर रेट में 5% से 10% तक की वृद्धि की जाएगी, जिससे इन क्षेत्रों में प्लॉट खरीदना महंगा हो सकता है।
पटियाला में कलेक्टर रेट में वृद्धि
पटियाला जिले में कुछ क्षेत्रों में कलेक्टर रेट में वृद्धि 100% तक हो गई है। उदाहरण के लिए, लेहल में कृषि भूमि का कलेक्टर रेट 70 लाख से बढ़कर 1.50 करोड़ रुपये प्रति एकड़ हो गया है।
धालीवाल कॉलोनी में यह दर 56,680 रुपये प्रति वर्ग गज से बढ़कर 1.12 लाख रुपये प्रति वर्ग गज हो गई है। वहीं, रिहायशी क्षेत्रों में यह वृद्धि अपेक्षाकृत कम रही है, जैसे न्यू लाल बाग कॉलोनी में रेट 14,300 रुपये प्रति वर्ग गज से बढ़कर 16,000 रुपये प्रति वर्ग गज हो गया है।