ऊना । राजवीर दीक्षित
(HDFC Bank Employees Accused of Major Financial Deception in Una District) हिमाचल-पंजाब सीमा पर स्तिथ एच डी एफ सी बैंक के टाहलीवाल, जिला ऊना (हिमाचल प्रदेश) स्थित शाखा में कार्यरत एक कर्मचारी द्वारा ग्राहक के खाते से लाखों रुपये की धोखाधड़ी कर गबन किए जाने का मामला उजागर हुआ है। इस घटना के बाद पुलिस ने भी बैंक के दो कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
घटना के सार्वजनिक होते ही इलाके में बैंक के प्रति लोगों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। बैंक की प्रतिष्ठा पर सवाल उठने लगे और ग्राहकों में अविश्वास का माहौल बन गया है। पुलिस के अनुसार यह केस सुमन बाला, पत्नी श्री जगदीप सिंह, निवासी नंगल कलां, तहसील हरोली, जिला ऊना, की शिकायत पर दर्ज किया गया है।
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शिकायतकर्ता सुमन बाला ने अपनी शिकायत में कहा कि उनका और उनके पति का एचडीएफसी बैंक, टाहलीवाल शाखा में एक संयुक्त खाता है। यह खाता एक विशेष लिमिट सुविधा के अंतर्गत खोला गया था, जिसमें कुल लिमिट 5,50,000 रुपये की थी।
शिकायत के अनुसार, बैंक के कर्मचारी विवेक (पुत्र राजिंद्र कुमार, निवासी गांव भंडियारा, तहसील हरोली) और एग्रीकल्चर शाखा प्रबंधक गौरव ने धोखाधड़ी करते हुए उनके खाते से कुल 3,90,000 रुपये की निकासी की है। यह रकम बिना किसी पूर्व सूचना या अनुमति के खाते से निकाली गई, जिससे सुमन बाला और उनके पति को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा।
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मामला दर्ज होने के बाद एचडीएफसी बैंक ने इस घटना पर तत्काल प्रतिक्रिया दी। बैंक के क्लस्टरल हेड, मनोज शर्मा ने जानकारी दी कि आरोपी कर्मचारी विवेक को बैंक ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। शर्मा ने बताया कि विवेक के खिलाफ पहले भी कई शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिनकी पुष्टि के लिए विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिस ने भी दोनों संदिग्ध कर्मचारियों के खिलाफ जांच की प्रक्रिया तेज कर दी है। प्राथमिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि दोनों कर्मचारियों ने जानबूझकर खाताधारक को धोखे में रखकर इस गबन को अंजाम दिया। बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर पुलिस ने घटना से संबंधित सभी दस्तावेज और रिकॉर्ड अपने कब्जे में ले लिए हैं ताकि विस्तृत जांच की जा सके।
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इस घटना के फैलते ही टाहलीवाल और आसपास के क्षेत्रों में एच डी एफ सी बैंक के प्रति लोगों के बीच असंतोष बढ़ गया है। बैंक की शाखा के बाहर लोगों की भीड़ जमा होने लगी, और ग्राहकों ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की। कई ग्राहकों ने अपने खाते की जांच करने और बैंक के खिलाफ कदम उठाने की मांग की है।
इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि ऐसे प्रतिष्ठित बैंक में भी आंतरिक सुरक्षा और निगरानी की व्यवस्था कितनी कमजोर है। ग्राहकों में यह डर व्याप्त है कि अगर इस तरह की घटनाएं होती रहीं, तो बैंक में जमा उनकी मेहनत की कमाई असुरक्षित हो सकती है।
मनोज शर्मा ने अपने बयान में कहा, “एचडीएफसी बैंक अपने ग्राहकों की सुरक्षा और विश्वास को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। हम इस तरह की अनियमितताओं के प्रति बिल्कुल भी सहनशील नहीं हैं।
घटना के बारे में जैसे ही जानकारी मिली, हमने तुरंत कार्रवाई की और संबंधित कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया। इसके अलावा, बैंक की आंतरिक जांच प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है, ताकि घटना के पीछे की पूरी सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को उचित सजा दी जा सके।”
पुलिस ने बताया कि मामला गंभीर है और जांच के दौरान सभी संभावित एंगल्स पर विचार किया जा रहा है। बैंक के प्रबंधन से पूछताछ जारी है, और अन्य कर्मचारियों से भी घटना के बारे में जानकारी ली जा रही है। यह भी देखा जा रहा है कि क्या इस धोखाधड़ी में और कर्मचारी शामिल हैं या नहीं।
पुलिस ने बैंक के खाता विवरण और ट्रांजेक्शन रिपोर्ट को जांच के लिए जब्त कर लिया है। साथ ही, आरोपी कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा रही है। अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है कि घटना में शामिल दोषियों को जल्द ही न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।
इस घटना के बाद विशेषज्ञों ने ग्राहकों को कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां बरतने की सलाह दी है।
1. खाते की नियमित निगरानी: ग्राहकों को अपने बैंक खातों का स्टेटमेंट नियमित रूप से जांचना चाहिए और किसी भी अनधिकृत लेनदेन की तुरंत रिपोर्ट करनी चाहिए।
2. पासवर्ड और पिन गोपनीय रखना: खाताधारकों को अपने पासवर्ड और पिन किसी से भी साझा नहीं करने चाहिए।
3. सतर्कता बरतना: यदि बैंक के किसी कर्मचारी का व्यवहार संदिग्ध लगे, तो तुरंत बैंक प्रबंधन या पुलिस को सूचित करना चाहिए।
4. SMS और Email Alerts को एक्टिवेट करें: ताकि हर लेनदेन की जानकारी तुरंत प्राप्त हो सके।
एचडीएफसी बैंक में घटी इस घटना ने न केवल बैंक की साख को प्रभावित किया है, बल्कि ग्राहकों के मन में भी असुरक्षा की भावना पैदा कर दी है। बैंक प्रबंधन द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई और पुलिस की सक्रियता से उम्मीद की जा रही है कि दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिलेगी और इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सकेगी।
ग्राहकों को भी अब पहले से ज्यादा सतर्क रहना जरूरी है ताकि वे किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बच सकें। बैंकिंग सेवाओं में भरोसे की बहाली के लिए एचडीएफसी बैंक को अपनी सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने की आवश्यकता है। इस घटना से सीख लेते हुए बैंक प्रबंधन को आंतरिक निगरानी तंत्र में सुधार लाना होगा ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।