नंगल । राजवीर दीक्षित
(AAP vs Congress Verbal Clash in Nangal – Councillor Pamma Grilled by Media)पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच राजनीतिक तकरार तेज हो गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद एडवोकेट परमजीत सिंह पम्मा, जो विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के संभावित दावेदार माने जाते हैं, ने कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस पर इलाके के विकास कार्यों को रोकने के आरोप लगाए।
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पत्रकारों के तीखे सवालों में उलझे कांग्रेस पार्षद
एडवोकेट पम्मा ने कहा कि करीब 6 करोड़ रुपये के विकास कार्यों को मंत्री बैंस के इशारों पर रोका गया है। लेकिन जब उन्होंने यह आरोप प्रेस के सामने रखे, तो पत्रकारों ने उनके दावों पर तीखे सवाल दाग दिए।
पत्रकारों ने पम्मा से पूछा कि चार साल तक नगर कौंसिल की बैठकों में पत्रकारों की एंट्री पर रोक क्यों थी, और अब अचानक उन्हें प्रेस वार्ता करने की जरूरत क्यों पड़ी? इस सवाल पर पम्मा स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए और बार-बार गर्माते नजर आए।
AAP नेताओं ने किया पलटवार – जांच की मांग
पम्मा की प्रेस कॉन्फ्रेंस के तुरंत बाद, आम आदमी पार्टी (AAP) के सीनियर नेता डॉ. संजीव गौतम ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि “कांग्रेस शासन के दौरान हुए घोटालों की जांच का समय आ गया है।”
टीम हरजोत बैंस के प्रमुख डॉ. गौतम ने दावा किया कि AAP सरकार को सत्ता में आए तीन साल हो चुके हैं और मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कभी नगर कौंसिल के कामकाज में दखल नहीं दिया। अब कांग्रेस नेता उनका नाम लेकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने नगर कौंसिल में 52/2 एल म्युनिसिपल एक्ट के दुरुपयोग की बात उठाई, जो कि आपातकालीन परिस्थितियों (भूकंप, भूस्खलन आदि) में ही लागू किया जाना चाहिए था, लेकिन कांग्रेस शासन के दौरान इसे गलत तरीके से इस्तेमाल कर विकास के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च कर दिए गए।
AAP vs. Congress – नंगल में गरमाया राजनीतिक माहौल
इस बयानबाजी के बाद नंगल में AAP और कांग्रेस के बीच सियासी संग्राम तेज हो गया है। एक तरफ जहां कांग्रेस नेता **AAP सरकार पर विकास कार्यों में बाधा डालने का आरोप लगा रहे हैं, वहीं AAP नेताओं का कहना है कि कांग्रेस अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए झूठे आरोप लगा रही है।
अब देखना होगा कि इस राजनीतिक टकराव में क्या कांग्रेस अपने आरोपों को साबित कर पाएगी या AAP की ओर से की जा रही घोटालों की जांच की मांग कोई नया मोड़ लाएगी