मोहाली। राजवीर दीक्षित
( Lie Detector Test for 7 Cops in Lawrence Bishnoi Jail Interview Case)गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के जेल में दिए गए चर्चित इंटरव्यू केस में अब जांच एक नए मोड़ पर पहुंच गई है। मोहाली कोर्ट ने पंजाब पुलिस के 7 अधिकारियों के पॉलीग्राफ (लाई डिटेक्टर) टेस्ट की अनुमति दे दी है। यह टेस्ट एडीजीपी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स निलभ किशोर द्वारा सरकारी वकील के माध्यम से मांगी गई थी।
➡️ हमारे Video चैनल को देखने के लिए इस Line को Click करें, Follow करें व Like करें। आपको Updates मिलते रहेंगे।
पुलिस अधिकारियों की भूमिका की जांच के लिए यह कदम उठाया गया है, क्योंकि शक जताया जा रहा है कि इंटरव्यू के लिए जेल की सुरक्षा में अंदरूनी मिलीभगत हो सकती है। 7 में से 6 अधिकारियों ने टेस्ट के लिए सहमति भी दे दी है।
Video देखें: मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा AAP का हिस्सा होना ‘पंथ’ से दूरी नही हो सकता।
क्या है पॉलीग्राफ टेस्ट?
पॉलीग्राफ या लाई डिटेक्टर टेस्ट एक वैज्ञानिक तकनीक है जिसमें व्यक्ति के दिल की धड़कन, रक्तचाप, श्वसन और त्वचा की चालकता को मापा जाता है, जिससे यह पता लगाया जाता है कि वह सच बोल रहा है या झूठ।
Video देखें: होने वाले दामाद के साथ भागने वाली सास आ गई सामने।
यह मामला 3 अप्रैल 2022 का है, जब लॉरेंस बिश्नोई, जो उस समय सीआईए पुलिस स्टेशन, खरड़ में बंद था, ने कथित रूप से जेल में इंटरव्यू दिया। जब यह इंटरव्यू डेढ़ साल बाद टीवी चैनलों पर प्रसारित हुआ, तो पूरे राज्य में हड़कंप मच गया। इसके बाद पंजाब सरकार की ओर से कार्रवाई करते हुए डीएसपी गुरशेर सिंह संधू समेत कुल 6 पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया था।
Video देखें: लोकेशन-व्यूज-लाइक्स और आखरी Reel..
सस्पेंड हुए पुलिसकर्मी:
डीएसपी गुरशेर सिंह संधू (स्पेशल ऑपरेशन सेल, मोहाली)
समरन वनीत पीपीएस डीएसपी
एसआई रीना (सीआईए, खरड़)
एसआई एलआर जगतपाल जग्गू (एजीटीएफ)
एसआई एलआर शगनजीत सिंह
एएसआई मुख्तियार सिंह
एचसी ओम प्रकाश
Video देखें: एक ही बिल्डिंग में चलते थे, ठेका, थाना व स्कूल।
जांच एजेंसियां अब यह जानना चाहती हैं कि क्या इन अधिकारियों की मिलीभगत से गैंगस्टर को मीडिया तक पहुंचाया गया। कोर्ट की अनुमति के बाद अब पॉलीग्राफ टेस्ट से सच्चाई सामने आने की उम्मीद है।