नशामुक्त समाज और रोजगार के लिए आत्मनिर्भरता की दिशा में डीएसपी कुलबीर सिंह संधू का बेहतरीन संदेश।

नंगल (पंजाब) । राजवीर दीक्षित

(Empowering Youth: DSP Kulbir Singh Sandhu’s Call to Serve the Nation) पंजाब सरकार के नशा उन्मूलन कार्यक्रम को सफल बनाने और आम जनता के साथ पुलिस के मधुर संबंध स्थापित करने के उद्देश्य से डीएसपी कुलबीर सिंह संधू ने करीबी गांव हंबेवाल में वार्ड डिफेंस कमेटी की बैठक आयोजित की। इस बैठक में डीएसपी ने ग्रामीणों के सुझाव सुने और युवाओं को नशे से दूर रहकर पुलिस और सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करने का आह्वान किया।

हंबेवाल: नशामुक्त गांव का उदाहरण

बैठक में गांव के सरपंच संजीव कुमार संजू ने बताया कि हंबेवाल पूरी तरह नशामुक्त गांव है। यह सुनकर डीएसपी ने खुशी व्यक्त की और कहा कि इस तरह का वातावरण पूरे इलाके में होना चाहिए। उन्होंने हंबेवाल को एक प्रेरणादायक उदाहरण बताते हुए कहा कि अगर सभी गांव इसी तरह नशे से मुक्त हो जाएं, तो समाज में सकारात्मक बदलाव आएगा।

युवाओं के लिए प्रेरणा

डीएसपी कुलबीर सिंह संधू ने युवाओं को अपनी ऊर्जा और क्षमता का उपयोग देश और समाज के लिए करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि युवा नशे से दूर रहकर अपनी शारीरिक और मानसिक शक्ति का सदुपयोग करें। पुलिस और सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करें और अपने परिवार, समाज और देश को गौरवान्वित करें।

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उन्होंने यह भी कहा कि युवाओं को रोजगार के अवसरों का लाभ उठाने के लिए आत्मनिर्भर बनने की आवश्यकता है। भारत में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं, और यहां कोई भूखा नहीं मरता। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे निराश न हों, बल्कि अपने कौशल का विकास करके बेहतर भविष्य के लिए मेहनत करें।

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नशा उन्मूलन के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी

डीएसपी ने बैठक में यह स्पष्ट किया कि नशा उन्मूलन केवल सरकार या पुलिस का काम नहीं है। यह समाज के हर वर्ग का कर्तव्य है कि वे नशे के खिलाफ एकजुट होकर काम करें। उन्होंने कहा कि यदि सभी लोग इस अभियान में अपना योगदान देंगे, तो पंजाब को नशामुक्त बनाना संभव हो सकेगा।

पुलिस की प्रतिबद्धता

बैठक में नंगल थाना प्रभारी राहुल शर्मा ने भी भरोसा दिलाया कि पुलिस क्राइम और नशाखोरी के खिलाफ पूरी मुस्तैदी से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस हमेशा समाज की सेवा के लिए तत्पर है और किसी भी तरह के अपराध को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।

गांववासियों का समर्थन

इस अवसर पर बैठक के आयोजक हैप्पी जैलदार और मनजोत राणा ने भरोसा दिलाया कि गांववासी नशामुक्त और अपराधमुक्त समाज बनाने में अपना सहयोग जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि हंबेवाल का हर निवासी इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि वे समाज में नशे और अपराध को खत्म करने में अपना योगदान देंगे।

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युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों पर जोर

डीएसपी ने यह भी कहा कि युवाओं को रोजगार की ओर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने सरकार की ओर से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ उठाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर बनने के लिए कौशल विकास पर ध्यान देना चाहिए। पुलिस और सेना में भर्ती होने के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी रोजगार के कई अवसर मौजूद हैं।

नशा उन्मूलन: सामाजिक जिम्मेदारी

डीएसपी ने कहा कि समाज को नशामुक्त बनाने के लिए हर व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। यह केवल व्यक्तिगत या पारिवारिक मुद्दा नहीं है, बल्कि यह पूरे समाज के विकास से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि नशा न केवल एक व्यक्ति को, बल्कि पूरे परिवार और समाज को नुकसान पहुंचाता है। इसलिए, इसे खत्म करने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी है।

नशामुक्त समाज के लिए जरूरी कदम

1. युवाओं की भागीदारी: युवाओं को नशे के खिलाफ अभियान में सक्रिय रूप से शामिल करना।

2. शिक्षा और जागरूकता: नशे के दुष्प्रभावों के बारे में लोगों को जागरूक करना।

3. रोजगार के अवसर: युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराना ताकि वे नशे से दूर रहें।

4. सामुदायिक भागीदारी: हर गांव और समाज को इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।

डीएसपी कुलबीर सिंह संधू का यह प्रयास न केवल हंबेवाल गांव के लिए, बल्कि पूरे पंजाब के लिए प्रेरणादायक है। उनका यह संदेश कि युवा नशे से दूर रहकर पुलिस और सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करें, हर युवा के लिए एक मार्गदर्शक सिद्ध हो सकता है।

नशामुक्त समाज बनाने की दिशा में सामूहिक प्रयास और युवाओं की भागीदारी से ही इस अभियान को सफल बनाया जा सकता है। पुलिस और समाज के बीच बेहतर समन्वय से न केवल नशा खत्म होगा, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव आएंगे। हंबेवाल जैसे गांव इस दिशा में मिसाल बन सकते हैं, और पूरे प्रदेश को प्रेरित कर सकते हैं।