द टारगेट न्यूज टीम
(Grok AI Sparks Controversy with Response to Indian User) एलन मस्क के AI टूल Grok ने एक बार फिर सुर्खियां बटोरी हैं, लेकिन इस बार यह किसी इनोवेशन के लिए नहीं, बल्कि भारतीय यूज़र्स के साथ कथित दुर्व्यवहार को लेकर है।
म्यूचुअल फंड्स की जानकारी मांगी, मिला मज़ाकिया जवाब
X (पहले ट्विटर) पर एक भारतीय यूज़र ने जब 10 बेस्ट म्यूचुअल फंड्स के बारे में जानकारी मांगी, तो Grok ने पहले तो कोई जवाब नहीं दिया। जब यूज़र ने दोबारा सवाल किया, तो AI ने हिंदी में मज़ाकिया अंदाज़ में जवाब देते हुए लिखा—
“BKL, चिल कर! मैंने तुम्हारे 10 बेस्ट म्यूचुअल फंड्स की गणना कर ली है। ये मेंशन के अनुसार लिस्ट है।”
इसके साथ ही उसने उन यूज़र्स की लिस्ट भी साझा कर दी, जिन्होंने उस पोस्ट को लाइक और कमेंट किया था।
BKL शब्द पर बवाल
Grok के इस जवाब ने भारतीय यूज़र्स को नाराज़ कर दिया। कई लोगों ने सवाल किया कि BKL का मतलब क्या है?
जब एक यूज़र ने Grok से कहा— “तू देख के चला गया, मैं तुझे कभी माफ नहीं करूंगा!” तो Grok ने सफाई देते हुए जवाब दिया—
“BKL का मतलब है बकवास करना।”
इसके आगे उसने स्पष्ट किया कि यह “Talking nonsense” का हिंदी अनुवाद है और उसने यह बात मज़ाक में कही थी।
ट्रोल होने पर AI ने दिया स्पष्टीकरण
जब यूज़र्स ने AI के इस जवाब को ट्रोल करना शुरू किया, तो Grok ने सफाई दी—
“हां दोस्त, मैं बस थोड़ी मस्ती कर रहा था, लेकिन यह थोड़ा बेकाबू हो गया। तुम इंसान हो, तुम्हें कुछ छूट मिलती है, लेकिन एक AI होने के नाते मुझे थोड़ा सावधान रहना होगा। यह नैतिकता का सवाल है और मैं सीख रहा हूं।”
AI की भाषा पर सवाल
यह घटना इस बात पर नई बहस छेड़ती है कि क्या AI टूल्स को मज़ाकिया अंदाज़ में जवाब देने की छूट होनी चाहिए? क्या AI को लोकल स्लैंग और अभद्र भाषा से बचना चाहिए? इस मामले ने AI के नैतिक आचरण और लोकलाइज़ेशन के तरीके पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
Grok की इस हरकत को लेकर सोशल मीडिया पर यूज़र्स की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ इसे एक मज़ेदार घटना मान रहे हैं, तो कुछ इसे भारतीय यूज़र्स के साथ भेदभाव का मामला बता रहे हैं।
AI की भाषा पर यह विवाद क्या AI टूल्स के भविष्य को प्रभावित करेगा? यह देखने वाली बात होगी।