T20 वर्ल्ड कप टीम में होगा बदलाव? जाने शिवम दुबे का क्यो कटेगा पत्ता और किस फिनिशर को मिलेगा मौका!

 

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चंडीगढ़ । राजवीर दीक्षित

शिवम दुबे को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) बढ़ा फैसला ले सकती है। 30 अप्रैल के दिन टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए भारतीय टीम का एलान किया गया था।

रोहित शर्मा को उस टीम का कप्तान और हार्दिक को उपकप्तान नियुक्त किया गया था। स्क्वाड में विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव और ऋषभ पंत समेत कई नामी खिलाड़ियों को जगह दी गई। इन्हीं में से एक नाम शिवम दुबे का भी रहा, जिन्होंने आईपीएल 2024 सीजन में 396 रन बनाए।

उन्होंने इस सीजन 3 अर्धशतकीय पारियां भी खेलीं। कप्तान रोहित शर्मा का स्पष्ट कहना था कि दुबे का सिलेक्शन इसी आधार पर हुआ है कि वो मिडिल ओवरों में पावर हिटिंग के अलावा गेंदबाजी भी कर सकते हैं। मगर टीम इंडिया में चयन होने के बाद दुबे का प्रदर्शन बहुत बेकार रहा है।

टी20 वर्ल्ड कप के लिए शिवम दुबे ने आईपीएल 2024 में 9 मैच खेलते हुए 58.33 की लाजवाब औसत से 350 रन बना लिए थे। ये भी अच्छी बात रही कि वो 172.4 के ताबड़तोड़ स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी कर रहे थे। ऐसा लगने लगा था जैसे दुबे वाकई में भारत के मिडिल ऑर्डर को मजबूती दे रहे होंगे। मगर लीग स्टेज के आखिरी 5 मैचों में दुबे जबरदस्त फिसड्डी साबित हुए हैं।

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शिवम दुबे ने पिछले 5 मैचों में केवल 46 रन बनाए हैं, जिनमें उनका सर्वाधिक स्कोर 21 रन रहा जो गुजरात टाइटंस के खिलाफ मैच में आया था। आखिरी 5 मैचों में उनका औसत 58.3 से 36 पर आ गया है। जब रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ CSK को जीत की सख्त जरूरत थी तब भी दुबे जिम्मेदारी नहीं उठा पाए। दुबे ने RCB के खिलाफ मैच में 15 गेंद खेलीं, जिनमें वो केवल 7 रन बना पाए।

बता दें कि ICC की अनुमति के अनुसार टी20 वर्ल्ड कप 2024 में शामिल टीम 25 मई तक अपने-अपने स्क्वाड में बदलाव कर सकती हैं। ऐसे में शिवम दुबे का घटिया प्रदर्शन उन्हें वर्ल्ड कप शुरू होने से पहले ही टीम से बाहर कर सकता है। अगर ऐसा हुआ तो सबसे बड़ा सवाल होगा कि उन्हें किस खिलाड़ी से रिप्लेस किया जाएगा।
बता दें कि रिंकू सिंह को वर्ल्ड कप के लिए 15 खिलाड़ियों में तो नहीं, लेकिन रिजर्व खिलाड़ियों में चुना गया था। रिंकू ने पिछले करीब एक साल में भारत के लिए टी20 मैचों में 89 के औसत से 356 रन बनाए हैं। उनका होना भारतीय टीम के मिडिल ऑर्डर को मजबूत बना रहा होगा। माना जा रहा है कि अब यह फेरबदल होना लगभग तय है।