” पंचा द कहणा सर मत्थे,पतनाला ओथे द ओथे ” ‘सीएम पोर्टल’ पर शिकायत भेजने की तैयारी, व्हिस्की-बियर की बम्पर सेल, फिर भी एक्साइज विभाग क्यो हुआ फेल,चल रहा लेन-देन का खेल, सरकार को लग रहा है चूना, जाने पूरी खबर

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नंगल/ऊना । राजवीर दीक्षित

10 दिन पहले चर्चा में आये हिमाचल पंजाब सीमा पर बिना व्हिस्की-बियर ‘बार’ लाइसेंस से चल रहे होटल रेस्टुरेंटो के समाचार के मामले को लेकर अब विभाग के खिलाफ नंगल की संस्था ने सीएम ऑफिस तक सारे गोरख धंधे की जानकारी भेजने की तैयारी की है।

पंजाब एक्साइज विभाग के चोरी के सारे रिकॉर्ड तोड़ देने वाली घटना को गंभीरता से लिया जा रहा है। चुनावो में शराब की बम्पर बिक्री ने जहां प्रदेश के एक्ससाइज विभाग को तो मालामाल कर दिया है, वही इस बात का फायदा विभाग के ही कुछ अधिकारियों को गुपचुप तरीके से खूब हो रहा है।

विभाग के ईटीओ शेखर गर्ग ने माना था कि कई होटल बिना अनुमति शराब बियर पिला रहे है व जल्द ही इन पर कारवाई होगी लेकिन करीब 10 दिन बीत जाने के बाद पंजाबी की वह कहावत “पंचा द कहणा सर मत्थे,पतनाला ओथे द ओथे ” वाली बात यहां साबित हो रही है।

Video देखने के लिए इस Line को Click करें। अवैध माइनिंग को लेकर अब इस नेता ने हिलाया प्रशासन।

आपको बता दें लाखो रुपए की सालाना बार लाइसेंस फीस के बिना हिमाचल-पंजाब सीमा पर रोजाना होटलों में खूब शराब परोसी जा रही है। नंगल में इस काम के लिए विभाग के ही कुछ लोग ‘अंडर टेबल’ पैसा ले रहे जिसकी जानकारी ईटीओ के जब ध्यान में लाई गई तो उन्होंने भी माना कि कुछ तो गड़बड़ है। जबकि इसका सीधा सीधा नुकसान सरकार के खजाने को हो रहा है।

इकट्ठी की गई जानकारी के अनुसार पंजाब में किसी भी शहरी क्षेत्र में आने वाले होटल में व्हिस्की ‘बार’ का लाइसेंस लेने के लिए 3.30 लाख रुपए का सालाना फीस भर कर बार लाइसेंस लेना जरूरी है।

जबकि बीयर बार लाइसेंस के लिए 1 लाख तक कि आबादी वाले शहर में 1.54 लाख रुपए व 1 लाख से ज्यादा शहरी आबादी वाले होटल के लिए 1.81 लाख रुपए की एक्साइज फीस जमा करवा कर लाइसेंस ले सकते है, लेकिन यहां के होटलों में चल रहे बिना अनुमति ‘व्हिस्की’ परोसने के धंधे ने एक्साइज विभाग को कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है।

पंजाब के नंगल में बॉर्डर एरिया होने के कारण हिमाचल से 25 प्रतिशत कम रेट पर शराब बिक रही है। जिससे रोजाना सेकड़ो की तादाद में लोग हिमाचल ऊना से यहां पहुंच शराब खरीदते है। जिससे चाहे हिमाचल प्रदेश के एक्साइज रेवन्यू पर तो इसका असर पड़ रहा है पंजाब के ठेकेदारों की सेल बढ़ने से उनकी चांदी बनी हुई है।

इस बात का फायदा यहां के होटलों में भी खूब देखने को मिल रहा है। आपको बता दे कि अगर बॉर्डर एरिया में 10 लाख रुपए की शराब पंजाब के ठेकों पर बिक रही है तो सीधा सीधा 2.5 लाख की सेल हिमाचल से ज्यादा हो रही है क्योंकि इस दफा हिमाचल प्रदेश सरकार ने एक्साइज पॉलिसी में बदलाव किया है। जिससे हिमाचल प्रदेश में शराब के दाम बढ़ गए है।

एक अन्य जानकारी में पंजाब में शराब सस्ती होने के कारण हिमाचल प्रदेश में हो रहे चुनाव में भी इसे यहां से बाटने के लिए ले जाया जा रहा है। जिसके लिए करीब आधा दर्जन नौजवानों की टीम काम कर रही है। इस टीम के सदस्य का सीधा सम्बन्ध सत्ताधारी दल के नेता के साथ भी है।

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जिला रूपनगर (पंजाब) एक्साइज विभाग के ईटीओ शेखर गर्ग ने इस संबंध में कहा है कि विभाग शिकायत मिलने पर समय समय पर कारवाई करता है लेकिन आपको बता दे 10 दिन पहले चुनाव आयोग के दबाव में एक्साइज विभाग कुछ हरकत में आया था लेकिन उसके बाद फिर वही विभागीय सेटिंग वाला मामला चल रहा है।

फिलहाल नंगल की एक संस्था ने सारा रिकॉर्ड इकट्ठा किया है व इस मामले को मुख्यमंत्री हेल्प लाइन से जोड़ा जाएगा।

आपको अगली खबर में बताएंगे एक्साइज विभाग के एक अधिकारी की करतूत जिसमे छापा मारने जाने वाली जांच टीम से पहले ही पहुंच जाता है उसका फोन।