पंजाब में दिग्गज लोकसभा कैंडिडेट ने जमीन-गहने गिरवी रखे: नॉमिनेशन से पहले 2 करोड़ देने पड़े; समर्थकों की लोगों से हुई झड़प

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चंडीगढ़/लुधियाना । राजवीर दीक्षित

खबर पंजाब के लुधियाना से है। BJP उम्मीदवार ने काफी ड्रामे के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया है।

इसके लिए उन्हें नगर निगम में आनन-फानन 2 करोड़ रुपए जमा कराने पड़े। साथ ही दफ्तर में बैठकर करीब ढाई घंटे अपनी पत्नी के साथ इंतजार भी करना पड़ा।

नामांकन दाखिल कर लौटे रवनीत बिट्टू ने पंजाब की AAP सरकार पर आरोप लगाए हैं कि उनका नामांकन रद्द कराने की जोरदार साजिश रची जा रही है। इस साजिश में AAP के साथ कांग्रेस भी शामिल है।

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रवनीत बिट्टू ने यह भी कहा कि वह इस पूरी घटना को लेकर चुनाव आयोग से वह शिकायत करेंगे। इससे पहले बिट्‌टू ने पैदल मार्च निकाला था, जिसमें उनके समर्थकों की परेशान हो रहे राहगीरों से झड़प हुई।

आज नगर निगम में 2 करोड़ रुपए देने के बाद दोपहर करीब ढाई बजे रवनीत बिट्टू ने अपना नामांकन पत्र DC को दिया, लेकिन ज्यादा समय हो जाने के कारण उनके कागजात की जांच ठीक से नहीं हो पाई। DC ने कहा कि 15 मई को नामांकन पत्र की जांच की जाएंगी।

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रवनीत बिट्टू ने AAP सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके खिलाफ गहरी साजिश रची जा रही है। देर रात सवा 12 बजे नगर निगम की ओर से उन्हें ई-मेल के जरिए नोटिस दिया गया कि उनके यहां सरकारी मकान का 10 साल का किराया, पानी, बिजली आदि का बिल बकाया है और 2 करोड़ रुपए जमा करने को कहा गया है।

रवनीत बिट्टू ने कहा कि आज नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले उन्हें जल्दबाजी में अपनी पत्नी अनुपमा के गहने, अपनी और अपने पिता की जमीन गिरवी रखनी पड़ी। किसी तरह रिश्तेदारों से 2 करोड़ रुपए इकट्ठा किए और नगर निगम को भुगतान किया। बिट्टू ने पूछा कि उन्हें 10 साल पहले नोटिस क्यों नहीं दिया गया।

बिट्टू ने नामांकन दाखिल करने से पहले पैदल मार्च निकाला। इस दौरान बिट्टू समर्थकों और राहगीरों के बीच रास्ता देने को लेकर झड़प हो गई। बात हाथापाई तक पहुंच गई थी, लेकिन माहौल बिगड़ता देख पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को शांत कराया।