पंजाब । राजवीर दीक्षित
(Punjab’s Teachers to Learn from Finland’s Excellence) शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति की शुरुआत होने जा रही है। पंजाब के सरकारी प्राइमरी स्कूलों के 72 अध्यापक फिनलैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ तुर्कु में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की ट्रेनिंग के लिए भेजे जाएंगे।
पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि यह पहल मुख्यमंत्री सरदार भगवंत सिंह जी की अगुवाई में की गई है, जिसका उद्देश्य प्राइमरी स्कूलों के अध्यापकों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा और नवीनतम शिक्षण विधियों से अवगत कराना है। यह ट्रेनिंग कार्यक्रम तीन हफ्तों का होगा, जिसमें अध्यापक फिनलैंड की उत्कृष्ट शिक्षा प्रणाली के बारे में जानेंगे और अपने कौशल को निखारेंगे।
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इससे पहले, फरवरी 2023 से अब तक 198 प्रिंसिपलों और शिक्षा प्रशासकों को सिंगापुर की प्रिंसिपल अकादमी और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सिंगापुर इंटरनेशनल में लीडरशिप विकास कार्यक्रम में प्रशिक्षित किया जा चुका है। इसके अलावा, 100 हेडमास्टरों को आईआईएम अहमदाबाद में लीडरशिप, स्कूल प्रबंधन, और शिक्षा विभाग में एआई से संबंधित ट्रेनिंग दी गई है।
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि इस ट्रेनिंग के लिए इच्छुक अध्यापक आज से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया के लिए सभी जानकारी विभाग की वेबसाइट “ई-पंजाब पोर्टल” पर उपलब्ध है। शिक्षा मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि जो अध्यापक इस ट्रेनिंग पर जाने के लिए आवेदन करेंगे, उनके पढ़ाने की विधि की पुष्टि उन छात्रों और उनके माता-पिता से की जाएगी, जिन्होंने उनसे पहले शिक्षा प्राप्त की है या जो वर्तमान में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
यह कदम न केवल अध्यापकों के लिए, बल्कि पूरे शिक्षा तंत्र के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है। फिनलैंड की शिक्षा प्रणाली को विश्व स्तर पर उत्कृष्ट माना जाता है, और इस प्रकार की ट्रेनिंग से पंजाब के अध्यापकों को नई दृष्टिकोण और तकनीकों से अवगत कराने का अवसर मिलेगा।
पंजाब सरकार की यह पहल शिक्षा के क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव का संकेत है, जो न केवल अध्यापकों की क्षमता में वृद्धि करेगी, बल्कि छात्रों को भी बेहतर शिक्षा का लाभ दिलाएगी।