नई दिल्ली। राजवीर दीक्षित
(Major Crackdown in Cough Syrup Scam: 26 Firms Face License Cancellation)वाराणसी में प्रतिबंधित कोडीन वाले कफ सिरप के अवैध कारोबार को लेकर बड़ी कार्रवाई शुरू हो गई है। फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की टीमें लगातार छापेमारी कर फर्मों के रिकॉर्ड खंगाल रही हैं। जांच में अब तक सामने आए तथ्यों के आधार पर 26 फर्मों के लाइसेंस रद्द करने की तैयारी चल रही है। अधिकारियों के अनुसार ये फर्में लंबे समय से गैर-कानूनी तरीके से प्रतिबंधित कफ सिरप की खरीद-फरोख्त में शामिल थीं।
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इस मामले के मास्टरमाइंड बताए जा रहे प्रहलाद घाट निवासी शुभम जायसवाल की तलाश पुलिस तेज़ी से कर रही है। पुलिस ने शुभम और उसके पिता भोला प्रसाद सहित कुल 28 लोगों के खिलाफ ड्रग इंस्पेक्टर जुबान अली की शिकायत पर नामजद मामला दर्ज किया है। आरोप है कि शुभम और उसके पिता ने झारखंड पते वाली अपनी फर्म ‘मेबर शैली ट्रेडर्स’ के माध्यम से बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित सिरप इन 26 फर्मों को सप्लाई किया।
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जांच में यह भी खुलासा हुआ कि कई फर्में जिनके नाम पर प्रतिबंधित सिरप सप्लाई दिखाया गया, वे मौके पर बंद मिलीं या दिए गए पते पर अस्तित्व में ही नहीं थीं। यह संकेत देता है कि बड़े स्तर पर फर्जी बिलिंग और अवैध वितरण नेटवर्क संचालित किया जा रहा था। सूत्रों के अनुसार शुभम जायसवाल द्वारा जबरन बिल लेने और दबाव बनाकर सप्लाई दिखाने के मामले भी सामने आए हैं।
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पूरे नेटवर्क के खुलासे के लिए पुलिस शुभम के अन्य साथियों की तलाश में जुटी है। प्रशासन का मानना है कि यह गिरोह नशीली कफ सिरप की आड़ में लंबे समय से अवैध कारोबार चला रहा था, जिसे अब पूरी तरह से ध्वस्त करने की तैयारी है।

















