चंडीगढ़ । राजवीर दीक्षित
(Punjab Government Shuffles Leadership: KAP Sinha Takes the Helm as New Chief Secretary) पंजाब सरकार ने एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक बदलाव करते हुए केएपी सिन्हा को नया मुख्य सचिव नियुक्त किया है। 1992 बैच के सीनियर आईएएस अधिकारी सिन्हा ने अनुराग वर्मा की जगह ली है, जो इस पद से हटाए गए हैं। यह बदलाव पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के कार्यकाल के दौरान तीसरी बार हुआ है, जो कि केवल ढाई साल में एक महत्वपूर्ण संकेत है।
अनुराग वर्मा, जिन्हें इस पद पर नियुक्त किया गया था, उनके पास लगभग 20 वर्षों का प्रशासनिक अनुभव है। उन्होंने कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाली है, जिसमें राजस्व, पुनर्वास एवं आपदा प्रबंधन, कृषि एवं किसान कल्याण, बागवानी और मृदा एवं जल संरक्षण शामिल हैं।
➡️ देखें Video: वन्दे भारत रेलगाड़ी पर फिर हुआ पथराव, पुलिस ने सेकड़ो लोगो से की पूछताछ।
वर्मा को अब इन विभागों का अतिरिक्त मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है, जिससे उनकी प्रशासनिक भूमिका में कोई कमी नहीं आई है।
पंजाब सरकार के सत्ता में आने के लगभग 30 महीने हो चुके हैं। इस दौरान, पहले सीनियर आईएएस अनिरुद्ध तिवारी ने इस पद की जिम्मेदारी संभाली थी।
इसके बाद, 1989 बैच के LAS अधिकारी वीके जंजुआ को इस पद पर तैनात किया गया था। जब जंजुआ रिटायर हुए, तो अनुराग वर्मा को मुख्य सचिव बनाया गया था। वर्मा ने 1 जुलाई 2023 को इस पद की जिम्मेदारी संभाली थी।
➡️ भाखड़ा नहर में बह कर आई महिला एडवोकेट की पहचान चंडीगढ़ की हुई। Video देखने के लिए इस लिंक को क्लिक करें
अब, केएपी सिन्हा पंजाब के 43वें मुख्य सचिव बने हैं। उनके अनुभव और प्रशासनिक कौशल पर सरकार को भरोसा है कि वे राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
इस बदलाव के पीछे की वजहों पर चर्चा जारी है, लेकिन यह स्पष्ट है कि पंजाब सरकार ने अपने प्रशासनिक ढांचे को मजबूत करने के लिए यह कदम उठाया है।
इस बदलाव से यह भी संकेत मिलता है कि पंजाब में राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर पर बड़े बदलाव की आवश्यकता महसूस की जा रही है, जो कि आगामी चुनावों के मद्देनजर महत्वपूर्ण हो सकता है।