नंगल । राजवीर दीक्षित
(Young Leader from ‘Parmar’ Family in Talks for BJP’s New President – Full Details)रूपनगर जिले में भाजपा मंडल अध्यक्षों में बदलाव की अटकलों के बीच नंगल मंडल भाजपा की कमान संभालने के लिए परमार परिवार का नाम प्रमुखता से उभरकर सामने आया है। इस परिवार का भाजपा से पुराना नाता रहा है और इलाके की राजनीति में इसकी मजबूत पकड़ मानी जाती है।
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पूर्व पार्षद विक्रांत परमार का नाम इस दौड़ में सबसे आगे बताया जा रहा है। परमार परिवार भाजपा के कट्टर समर्थकों में गिना जाता है। स्वर्गीय सुखदेव सिंह परमार, जो इस परिवार के वरिष्ठ सदस्य थे, ने तीन बार चुनाव लड़ा और कभी भी नगर कौंसिल का चुनाव नहीं हारे। इतना ही नहीं, एक बार निर्दलीय चुनाव जीतने के बावजूद उन्होंने अपना समर्थन भाजपा को ही दिया था। इसके अलावा, परमार परिवार लंबे समय से इलाके के प्रसिद्ध वरुण देव ख्वाजा पीर मंदिर की जिम्मेदारी भी संभाल रहा है, जिससे उनका सामाजिक प्रभाव भी गहरा है।
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सुखदेव परमार की राजनीतिक विरासत को उनके भतीजे विक्रांत परमार ने आगे बढ़ाया। वह भी एक बार नगर कौंसिल के पार्षद रह चुके हैं और भाजपा के लिए सक्रिय रूप से कार्यरत रहे हैं। वर्तमान में, भाजपा संगठन में युवाओं को अधिक स्थान देने की चर्चा के बीच विक्रांत परमार को नंगल मंडल अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर आम सहमति बनती नजर आ रही है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर नंगल मंडल भाजपा की जिम्मेदारी परमार परिवार को मिलती है, तो इससे पार्टी को इलाके में मजबूती मिलेगी। इस संभावित बदलाव को लेकर भाजपा खेमे में हलचल तेज हो गई है, और बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े कुछ वरिष्ठ नेता भी इस दिशा में अपनी भूमिका निभा रहे हैं।
अब देखना यह होगा कि भाजपा नेतृत्व इस फैसले पर कब और क्या निर्णय लेता है। फिलहाल,नंगल मंडल भाजपा अध्य्क्ष पद को लेकर परमार परिवार और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच चर्चाएं जोरो पर है