चंडीगढ़/नंगल । राजवीर दीक्षित
(CISF to Take Over Bhakra-Nangal Dam Security from April)भाखड़ा और नंगल बांधों की सुरक्षा अब केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के हाथों में होगी। पंजाब और हिमाचल प्रदेश पुलिस की जगह CISF अप्रैल से इन महत्वपूर्ण जल परियोजनाओं की सुरक्षा संभालेगा।
मुख्य बिंदु:
• भाखड़ा और नंगल बांधों की सुरक्षा अब CISF के हवाले
• सुरक्षा में 300 CISF जवान तैनात किए जाएंगे
• भाखड़ा-नंगल बांध जलविद्युत और सिंचाई के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण
सुरक्षा व्यवस्था में बड़ा बदलाव सूत्रों के अनुसार, केंद्र सरकार ने इस निर्णय को मंजूरी दे दी है, और कम से कम 300 CISF जवान इन बांधों की सुरक्षा के लिए तैनात किए जाएंगे। अभी तक भाखड़ा बांध की सुरक्षा पंजाब पुलिस और नंगल बांध की सुरक्षा हिमाचल प्रदेश पुलिस के जिम्मे थी। यह राज्य में चौथा ऐसा प्रोजेक्ट होगा जिसकी सुरक्षा CISF संभालेगी।
➡️ हमारे Video चैनल को देखने के लिए इस Line को Click करें, Follow करें व Like करें। आपको Updates मिलते रहेंगे।
सुरक्षा खतरे और CISF की तैनाती का कारण भाखड़ा-नंगल बांध सतलुज नदी पर बना एक महत्वपूर्ण जलविद्युत और सिंचाई परियोजना है। खुफिया एजेंसियों ने समय-समय पर सुरक्षा खतरों की आशंका जताई थी, खासतौर पर तोड़फोड़ (साबोटाज) के खतरे को लेकर व प्रोजेक्ट में हो रही कथित लापरवाही के मामले सामने आने की आशंका भी इस कड़ी का आधार है। ऐसे में गृह मंत्रालय (MHA) के निर्देशानुसार, भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) ने CISF को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपने का फैसला किया।
पूर्व पंजाब डीजीपी शशिकांत ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा, “स्थानीय पुलिस इन महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा में लगी थी, लेकिन अगर कोई सुरक्षा चूक होती तो इसका असर न केवल भारत बल्कि पाकिस्तान तक महसूस किया जा सकता था। CISF की तैनाती एक सही कदम है।”
🟦➡ महिला का हाई वोल्टेज ड्रामा।
CISF पहले ही पिछले वर्ष हिमाचल प्रदेश पुलिस से ब्यास-सतलुज लिंक की सुरक्षा का जिम्मा ले चुकी है। विशेषज्ञों का मानना है कि बांध की संरचना बेहद मजबूत है, लेकिन इसके आसपास के बुनियादी ढांचे, पावरहाउस और ट्रांसमिशन सिस्टम पर किसी भी हमले के गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
अब CISF की तैनाती के बाद, सुरक्षा को लेकर और सख्ती बरती जाएगी और हाई-लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम लागू किया जाएगा