फेरबदल की अटकलों के बीच पूर्व CM चन्नी ने दिखाई ताकत — अखंड पाठ भोग में जुटे कांग्रेस के दिग्गज नेता

चंडीगढ़ । राजवीर दीक्षित
(Ex-CM Channi Asserts Power as Congress Heavyweights Gather)पंजाब कांग्रेस में संगठनात्मक फेरबदल की चर्चाओं के बीच पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अपने राजनीतिक प्रभाव का दमदार प्रदर्शन किया। उनके 33 वर्षीय बेटे के जन्मदिन पर आयोजित अखंड पाठ भोग समारोह न सिर्फ धार्मिक कार्यक्रम रहा, बल्कि कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं की मौजूदगी ने इसे पार्टी की अंदरूनी राजनीति का अहम संकेत बना दिया।

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इस आयोजन में पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, CLP नेता प्रताप सिंह बाजवा, सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा, पूर्व CM राजिंदर कौर भट्टल, और वरिष्ठ नेता परगट सिंह, सुखविंदर सरकारिया, त्रिपत राजिंदर बाजवा, अरुणा चौधरी, राणा गुरजीत सिंह व सुखपाल खैहरा सहित बड़ी संख्या में नेता शामिल हुए। आगामी फेरबदल की अटकलों के बीच इन नेताओं की उपस्थिति को चन्नी की शक्ति-प्रदर्शनी माना जा रहा है।

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चन्नी ने कहा कि यह पूरी तरह निजी पारिवारिक कार्यक्रम था, लेकिन नेताओं की बड़ी भागीदारी इस बात का प्रमाण है कि कांग्रेस एकजुट है और विपक्ष का मुकाबला करने के लिए तैयार है। उन्होंने भरोसा जताया कि पार्टी नेतृत्व की एकता आने वाले दिनों में पंजाब की राजनीति को दिशा देगी।

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वड़िंग और बाजवा ने भी पार्टी की सामूहिकता को रेखांकित करते हुए कहा कि निजी रिश्ते राजनीति से ऊपर होते हैं और यह एकता 2027 के विधानसभा चुनावों में AAP के लिए बड़ी चुनौती बनेगी।
पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने गोपनीय तौर पर बताया कि यह आयोजन चन्नी के बढ़ते प्रभाव और शक्ति-संतुलन में संभावित बदलाव की ओर संकेत कर रहा है। सूत्रों का कहना है कि बाजवा के साथ-साथ चन्नी भी प्रदेश अध्यक्ष पद की दौड़ में हैं, हालांकि AICC प्रभारी भूपेश बघेल नेतृत्व परिवर्तन की संभावनाओं को खारिज कर चुके हैं।

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2022 में पंजाब के पहले दलित सिख मुख्यमंत्री बने चन्नी आज भी चमकौर साहिब में मज़बूत पकड़ और कैडर में व्यापक समर्थन रखते हैं, जो उन्हें संगठनात्मक गणित में महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनाता है।

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