चंडीगढ़ । राजवीर दीक्षित
(Farmers Demand Justice, But the Government Suffers Massive Financial Blow) किसानों का पंजाब बंद भले ही सफल रहा, लेकिन पंजाब सरकार को इसके कारण भारी नुकसान उठाना पड़ा।
सरकार को वैट और जीएसटी के कारण ही 90 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है।
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जीएसटी, वैट, राजस्व और अन्य करों के कारण सरकार को भारी नुकसान हुआ है, लेकिन शराब की दुकानें शाम 4 बजे के बाद खुलने से एक्साइज ड्यूटी में कोई नुकसान नहीं हुआ है।
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) ने केंद्र सरकार से मानी गई मांगों को लागू करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे जगजीत सिंह डल्लेवाल के समर्थन में पंजाब बंद का आह्वान किया था, जिसके कारण शाम 4 बजे तक बाजार और अन्य व्यापारिक स्थल बंद रहे और राज्य में यातायात पूरी तरह से ठप रहा। बंद के कारण राज्य का कारोबार बड़े पैमाने पर प्रभावित हुआ और लाखों रुपए का लेन-देन ठप रहा।
मिली जानकारी के अनुसार जीएसटी से करीब 58 करोड़ रुपये और पेट्रोल-डीजल से करीब 36 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। इसी तरह पेट्रोल-डीजल से वैट के रूप में 18 से 20 करोड़ रुपये की आय होती है। ट्रेनें न चलने से केंद्र सरकार खासकर रेलवे को भारी नुकसान हुआ है। इसी प्रकार बसों का परिचालन समय पर न होने से परिवहन विभाग को नुकसान झेलना पड़ा है।