हिमाचल में नौकरियों की आउटसोर्सिंग पर गरमाई सियासत, विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर का सरकार पर बड़ा हमला

शिमला । राजवीर दीक्षित

(Politics Heat Up in Himachal Over Job Outsourcing; LoP Jai Ram Thakur Slams Government)हिमाचल प्रदेश में नौकरी व्यवस्था को लेकर राजनीतिक तापमान एक बार फिर बढ़ गया है। विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि युवाओं के भविष्य से “खिलवाड़” किया जा रहा है। उनका आरोप है कि सरकार अब बिजली मित्रों को आउटसोर्स करने की योजना बना रही है, जो सीधे-सीधे युवाओं के साथ “विश्वासघात” है।

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जयराम ठाकुर ने दावा किया कि कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद से ही तरह-तरह की ‘मित्र’ योजनाएँ चलाई जा रही हैं, जिनमें युवाओं को नियमित नौकरी देने की बजाय नाममात्र का मानदेय देकर जोड़ दिया जाता है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब चुनावों के दौरान सरकार ने “पांच साल में पांच लाख नौकरियाँ” देने का बड़ा वादा किया था, तो अब इन पदों को आउटसोर्स क्यों किया जा रहा है?

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ठाकुर ने आगे आरोप लगाया कि आउटसोर्सिंग मॉडल ने राज्य में दलाली का नया सिस्टम खड़ा कर दिया है, जहां नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं से पैसे वसूले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं जहां आउटसोर्स एजेंसियों की पारदर्शिता और उनकी नीयत पर गंभीर सवाल उठे हैं।

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विपक्षी नेता ने यह भी कहा कि हिमाचल हाई कोर्ट ने भी समय-समय पर आउटसोर्स एजेंटों के कामकाज, उनकी पृष्ठभूमि और चयन प्रक्रिया पर चिंता जताई है। उन्होंने सरकार से मांग की कि वह तुरंत इन ‘मित्र’ योजनाओं को बंद करे और प्रदेश के युवाओं को स्थायी, सुरक्षित और नियमित रोजगार दे।

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जयराम ठाकुर के इस बयान के बाद प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज हो गई है और युवाओं की नौकरी नीति एक बार फिर चर्चा के केंद्र में आ गई है।

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