पूर्व मंत्री विक्रम ठाकुर ने खोल दी पोल,हिमाचल में पेखूवेला प्रोजेक्ट पर घोटाले के आरोप,कांग्रेस सरकार पर बोला हमला।

शिमला। राजवीर दीक्षित
(Former Himachal Minister Alleges Corruption in Power Projects)पूर्व मंत्री बिक्रम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर पेखूवेला पावर प्रोजेक्ट में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। शिमला में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ठाकुर ने दावा किया कि इस प्रोजेक्ट को बनाने वाली कंपनी ने नेताओं और अधिकारियों को कथित तौर पर दो फॉर्च्यूनर और चार इनोवा गाड़ियां उपहार में दीं। उन्होंने सवाल उठाया कि सरकार इस मामले की जांच क्यों नहीं करवा रही?

➡️ हमारे Video चैनल को देखने के लिए इस Line को Click करें, Follow करें व Like करें। आपको Updates मिलते रहेंगे।

ठाकुर ने कहा कि पेखूवेला प्रोजेक्ट में टेंडर की प्रक्रिया में 15 से 20 बार गाइडलाइनों को बदला गया ताकि एक विशेष कंपनी को फायदा पहुँचाया जा सके। उन्होंने बताया कि जिस प्रोजेक्ट पर 220 करोड़ खर्च हुए, वही गुजरात में केवल 144 करोड़ में तैयार हो गया।

Video देखें: पंजाब का चर्चित sex स्कैंडल।

उन्होंने आगे कहा कि पावर प्रोजेक्ट की डीपीआर बिना टेंडर प्रक्रिया के नॉमिनेशन के आधार पर तैयार की गई और केवल 15 दिन में फाइनल की गई, जिसकी किसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच भी नहीं करवाई गई। यही से घोटाले की शुरुआत हुई।

Video देखें: घर में अकेली थी अमृतधारी महिला हो गया बड़ा कारनामा।

पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि अभी प्रोजेक्ट का कार्य पूरा भी नहीं हुआ, लेकिन फिर भी ‘कंप्लीशन सर्टिफिकेट’ जारी कर दिया गया। उन्होंने पावर कॉरपोरेशन के अफसरों और राजनीतिक नेताओं की मिलीभगत का आरोप लगाया।

Video देखें: Veg खाने में निकल आया नॉनवेज,हो गया बवाल।

ठाकुर ने शोंग-टोंग प्रोजेक्ट का भी जिक्र करते हुए कहा कि 1724 करोड़ की अनुमानित लागत वाला यह प्रोजेक्ट अब तक 2230 करोड़ रुपये खर्च चुका है, जबकि इसका आधा काम ही पूरा हुआ है।
इसके साथ ही उन्होंने चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मृत्यु को भी प्रोजेक्ट से जोड़ते हुए कहा कि उन पर असामान्य दबाव डाला गया था। वहीं, डायरेक्टर देसराज की सुप्रीम कोर्ट में अग्रिम जमानत के दौरान सरकारी वकील के अनुपस्थित रहने को लेकर भी सवाल उठाए गए।

Video देखें: होगा प्रदर्शन, करेंगे घेराव : ….पूर्व विधानसभा स्पीकर के. पी.राणा को अल्टीमेटम, माफी मांगे।

ठाकुर ने पूर्व एमडी हरिकेश मीणा की नियुक्ति पर भी सवाल उठाए और पूछा कि जब बिजली बोर्ड के कर्मचारियों ने उनका पुतला जलाया था, तब उन्हें पावर कॉरपोरेशन का एमडी क्यों बनाया गया