हरियाणा में प्रदूषण का कहर: 4 जिलों में प्राइमरी स्कूल बंद, 10 और जिलों में भी हो सकती है छुट्टी

चंडीगढ़ । राजवीर दीक्षित

(Haryana Takes Action: Primary Schools Closed as Pollution Levels Soar) हरियाणा में बढ़ते प्रदूषण और घनी धुंध के चलते राज्य सरकार ने चार जिलों के प्राइमरी स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की है। यह निर्णय गुरुग्राम, रोहतक, सोनीपत और झज्जर में लागू होगा, जहां 5वीं कक्षा तक के बच्चों को स्कूल नहीं बुलाया जाएगा। इसके बजाय, ऑनलाइन पढ़ाई का विकल्प अपनाया जाएगा1

दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। दिल्ली के स्कूलों में पहले ही छुट्टी की जा चुकी है, और अब हरियाणा के शिक्षा विभाग ने सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नरों को निर्देश दिए हैं कि वे प्रदूषण-धुंध की स्थिति का आकलन कर आगे की कार्रवाई करें।

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10 और जिलों में संभावित स्कूल बंदी
इन चार जिलों के अलावा, फरीदाबाद, नूंह, रेवाड़ी, पानीपत, पलवल, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, जींद और करनाल में भी स्कूल बंद किए जा सकते हैं। इन शहरों में भी प्रदूषण का स्तर चिंताजनक बना हुआ है।

धुंध और ठंड का बढ़ता प्रभाव
रविवार सुबह हरियाणा में धुंध छाई रही, जिससे विजिबिलिटी केवल 30 मीटर रह गई। मौसम विभाग ने सोनीपत, पानीपत, सिरसा, फतेहाबाद और जींद में घनी धुंध के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। पिछले 24 घंटे में रात का तापमान 2.5 डिग्री तक गिर गया है, जिसमें हिसार का तापमान 11.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।

प्रदूषण स्तर चिंताजनक
हरियाणा के आठ शहरों में प्रदूषण की स्थिति बेहद खराब है। भिवानी में एक्यूआई (AQI) 579 तक पहुंच गया है। अन्य शहरों जैसे बहादुरगढ़ (483), हिसार (407) और मुरथल (349) भी उच्च प्रदूषण स्तर का सामना कर रहे हैं। जबकि पंचकुला में एक्यूआई केवल 71 दर्ज किया गया है, जो कि सूबे का सबसे अच्छा आंकड़ा है।

यह स्थिति न केवल बच्चों की सेहत पर असर डाल रही है बल्कि समग्र जन स्वास्थ्य के लिए भी खतरा पैदा कर रही है। राज्य सरकार ने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए यह कदम उठाया है ताकि बच्चों को सुरक्षित रखा जा सके।