चंडीगढ़ । राजवीर दीक्षित
(SP Oswal’s Fraud Case ) पंजाब के प्रसिद्ध उद्योगपति और पद्मश्री से सम्मानित वर्धमान टेक्सटाइल ग्रुप के चेयरमैन एसपी ओसवाल से ठगी मामले पुलिस को बड़ी सफलता मिली।
पंजाब पुलिस के अनुसार गिरोह के सात और सदस्यों की पहचान कर ली गई है और उन्हें पकडऩे के प्रयास जारी हैं। अंतरराज्यीय साइबर धोखाधड़ी करने वाले उक्त गिरोह के सभी नौ सदस्य असम और पश्चिम बंगाल के हैं। जालसाजों ने उद्योगपति के विभिन्न बैंक खातों से 7 करोड़ रुपये निकालकर वर्धमान ग्रुप के मालिक एसपी ओसवाल को ठगा है।
पुलिस ने बताया कि उनमें से एक ने सीबीआई अधिकारी बनकर उद्योगपति को फर्जी गिरफ्तारी वारंट दिखाया और डिजिटल गिरफ्तारी की धमकी दी।
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पुलिस की साइबर सेल ने ओसवाल की शिकायत पर मामला दर्ज किया और कहा कि उसने 48 घंटे के भीतर मामले को सुलझा लिया है।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान अतानु चौधरी और आनंद कुमार चौधरी (दोनों गुवाहाटी, असम के निवासी) के रूप में हुई है। एक सप्ताह के भीतर यह दूसरी ऐसी घटना सामने आई है।
इससे पहले एक स्थानीय उद्योगपति से कुछ जालसाजों ने 1.01 करोड़ रुपये ठग लिए थे। रजनीश आहूजा को भी तब ठगा गया जब जालसाजों ने उन्हें गिरफ्तारी वारंट की धमकी देकर दावा किया कि फिरौती की रकम उनके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी गई है।