पंजाब में नहीं थम रहा पराली जलाना, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस

चंडीगढ़ । राजवीर दीक्षित

(CAQM Issues Warning to Punjab Officials Amid Rising Stubble Fires) पंजाब में तमाम प्रतिबंधों और सख्ती के बावजूद खेतों में पराली जलाने की घटनाएं कम नहीं हो रही है, जिससे दिल्ली और आसपास के शहरों में प्रदूषण बढ़ रहा है।

इसे देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने मंगलवार को संगरूर और फिरोजपुर जिलों के उपायुक्तों (DC) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

आयोग के अधिकारियों ने बताया कि इन क्षेत्रों में खेतों में आग लगने की घटनाओं में वृद्धि हुई है।

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आदेश का अनुपालन न हो पाने पर मांगा जवाब

जानकारी के मुताबिक नोटिस में आयोग ने अधिकारियों से पूछा है कि क्षेत्र में पराली जलाने के मामले क्यों बढ़ रहे हैं और वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के आयोग के आदेशों का अनुपालन क्यों नहीं हो रहा।
आयोग ने नोटिस में कहा कि आयोग के निर्देश के उल्लंघन या गैर-अनुपालन के लिए क्यों न अधिनियम की धारा 14 के तहत निर्धारित कार्रवाई की जाए।
संगरूर और फिरोजपुर के DC और SSP को 14 नवंबर तक जवाब देना होगा।

पंजाब में कितनी जल रही पराली?

पंजाब के खेतों में आग लगने की घटनाएं कम नहीं हुई हैं। सोमवार को 418 घटनाएं सामने आईं, जिनमें संगरूर जिले में सबसे अधिक 103 मामले और फिरोजपुर में 72 मामले सामने आए थे।

पराली जलाने से पंजाब के शहरों में प्रदूषण का स्तर ‘खराब’ बना हुआ है। यहां धुंध और धुंआ दिख रहा है।

मंगलवार को अमृतसर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 204 दर्ज किया गया, इसके बाद मंडी गोबिंदगढ़ में 241, जालंधर में 217, लुधियाना में 203 दर्ज हुआ।