सुरक्षा के घेरे में सुशील रिंकू और शीतल अंगुराल, दो विधायकों के इस्तीफे को लेकर बड़ा अपडेट

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नई दिल्ली । राजवीर दीक्षित

भाजपा में शामिल हुए सांसद सुशील रिंकू और विधायक शीतल अंगुराल को ‘वाई प्लस’ सुरक्षा मिली है। केंद्र सरकार ने उन्हें ‘वाई प्लस’ सुरक्षा दी है।

दोनों नेता जब बीजेपी में शामिल होने के बाद पंजाब में सुरक्षा में कटौती की गई थी, लेकिन अब उन्हें केंद्र सरकार ने सुरक्षा मुहैया कराई है।

सुशील रिंकू और शीतल अंगुराल की सुरक्षा की जिम्मेदारी अब सीआरपीएफ जवानों के कंधे पर होगी।

सुशील रिंकू की सुरक्षा में 18 और विधायक शीतल अंगुराल की सुरक्षा में 11 सुरक्षाकर्मी तैनात होंगे। ये सभी तीन शिफ्ट में दोनों नेताओं की सुरक्षा करेंगे।

सुशील रिंकू के भाजपा में शामिल होने के बाद आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था।

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सुशील रिंकू के भाजपा में शामिल होने के बाद आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था।
सुशील रिंकू और शीतल अंगुराल का पुतला भी आप कार्यकर्ताओं ने फूंका था।

साथ ही विरोध प्रदर्शन के दौरान आप कार्यकर्ताओं ने दोनों नेताओं के घरों की ओर जाती सडक़ पर लगे साइनबोर्ड भी तोड़ दिए थे।

जालंधर से विधायक शीतल अंगुराल और होशियारपुर के चब्बेवाल से कांग्रेस विधायक राजकुमार चब्बेवाल का इस्तीफा अभी मंजूर नहीं हुआ है।

अंगुराल ने भाजपा जॉइन की थी, वहीं डा. राजकुमार ने कांग्रेस छोड़ आप का दामन थामा है।

अंगुराल व डा. राजकुमार ने पार्टी बदलने से पहले अपना इस्तीफा पंजाब विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां को भेज दिया था।

नियमों के अनुसार, ऐसी परिस्थितियों में प्रत्येक विधायक द्वारा दिए गए इस्तीफे की नियमित रुप से जांच की जाती है।

इस्तीफा मंजूर किए जाने से पहले पंजाब विधानसभा के स्पीकर का पक्ष भी देखा जाएगा। देखना होगा कि दोनों ने पार्टी के डर या दबाव में इस्तीफा तो नहीं दिया है।

अगर दोनों विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाता है तो लोकसभा चुनाव के साथ-साथ विधानसभा की दोनों खाली सीटों पर भी उपचुनाव कराना पड़ेगा।

कानून के मुताबिक, विधानसभा की रिक्त सीटों के उपचुनाव की अधिसूचना चुनाव आयोग द्वारा की जानी होती है।