चंडीगढ़। राजवीर दीक्षित
(Indian Deportees Detained in Panama After US Expulsion!)अमेरिकी प्रशासन द्वारा देश निकाला दिए गए 300 से अधिक प्रवासियों, जिनमें भारतीय नागरिक भी शामिल हैं, को पनामा में एक होटल में हिरासत में रखा गया है। जब तक अंतरराष्ट्रीय अधिकारी उनकी वापसी का प्रबंध नहीं करते, तब तक उन्हें वहां से जाने की अनुमति नहीं मिलेगी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 40% से अधिक प्रवासी अपने देश वापस नहीं जाना चाहते, क्योंकि वे खुद को वहां सुरक्षित महसूस नहीं करते। कई प्रवासियों ने होटल की खिड़कियों पर “मदद करो” और “हम अपने देश में सुरक्षित नहीं हैं” जैसे संदेश लिखे हैं।
➡️ हमारे Video चैनल को देखने के लिए इस Line को Click करें, Follow करें व Like करें। आपको Updates मिलते रहेंगे।
अमेरिका को कुछ देशों में सीधे डिपोर्ट करने में मुश्किल हो रही है, इसलिए पनामा को एक स्टॉपओवर के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। पनामा सरकार ने अमेरिका के साथ हुए प्रवासी समझौते के तहत इन प्रवासियों को भोजन और चिकित्सा सहायता देने की बात कही है।
🟨 AAP विधायक को मूर्ख बना रहे थे अधिकारी,फिर देखे क्या हुआ।
हाल ही में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो की यात्रा के बाद इस समझौते की घोषणा की गई थी। पनामा नहर पर ट्रंप की धमकियों के चलते पनामा के राष्ट्रपति जोस राउल मुलीनो भी राजनीतिक दबाव में हैं और उन्होंने पहली डिपोर्टees की फ्लाइट के आगमन की पुष्टि कर दी है।
यह मामला अब अंतरराष्ट्रीय बहस का विषय बन चुका है, जहां प्रवासियों के मानवाधिकारों को लेकर सवाल उठ रहे हैं।