चंडीगढ़। राजवीर दीक्षित
(Vigilance Chief Suspended in License Scam)पंजाब में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार ने विजिलेंस ब्यूरो प्रमुख एसपीएस परमार को उनके पद से निलंबित कर दिया है। यह कदम उस समय उठाया गया जब परमार पर ड्राइविंग लाइसेंस घोटाले में शामिल आरोपियों को बचाने और जांच को बाधित करने के गंभीर आरोप लगे। परमार के साथ-साथ विजिलेंस ब्यूरो के एआईजी हरप्रीत और एसएसपी स्वरनदीप को भी निलंबित किया गया है।
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मुख्यमंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि “यह केवल एक घोटाले की बात नहीं, बल्कि जनता के विश्वास के साथ धोखा है।” उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि जो भी भ्रष्टाचारियों को बचाने की कोशिश करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
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एसपीएस परमार को मार्च 2025 में ही जी. नागेश्वर राव की जगह नियुक्त किया गया था, जबकि राव ने फरवरी 2025 में वरिंदर शर्मा की जगह ली थी। एक महीने में यह दूसरा मौका है जब विजिलेंस ब्यूरो के शीर्ष नेतृत्व में बदलाव हुआ है, जिससे प्रशासनिक हलकों में हलचल मची हुई है।
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यह कार्रवाई न केवल भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की “ज़ीरो टॉलरेंस” नीति को दर्शाती है, बल्कि यह भी स्पष्ट संकेत देती है कि अब पंजाब में कोई भी पदाधिकारी कानून से ऊपर नहीं है