प्रदूषण से मिलेगी निजात, पराली प्रबंधन के लिए 21,958 मशीनों को मंजूरी, किसानों ने खरीदी 14 हजार से अधिक सीआरएम मशीनें

चंडीगढ़ । राजवीर दीक्षित

(Over 21,000 Subsidized Crop Residue Management Machines Approved for Farmers) पंजाब कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने राज्य भर के किसानों को प्रभावी फसल अवशेष प्रबंधन के लिए आधुनिक तकनीक से लैस करने के लिए 21,958 सब्सिडी वाली फसल अवशेष प्रबंधन (सीआरएम) मशीनों को मंजूरी दी है। इस वर्ष अब तक किसानों द्वारा 14,587 मशीनें खरीदी जा चुकी हैं, जिसके साथ 2018 से अब तक कुल 1.45 लाख मशीनें खरीदी जा चुकी हैं।

फसल अवशेष प्रबंधन
पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुडियां ने बताया कि चालू वर्ष में किसानों द्वारा सुपर सीडर मशीन की 9,010 इकाइयां खरीदी गई हैं। इसके बाद जीरो टिल ड्रिल (1,383), आरएमबी पलोअ (627), बेलर (595) और रेक (590) मशीनें बेची गई हैं।

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उन्होंने आगे कहा कि धान की कटाई के बाद फसल अवशेषों के प्रभावी प्रबंधन के लिए छोटे और सीमांत किसानों को अधिकतम सीआरएम मशीनरी उपलब्ध कराने के लिए देश भर में 620 कस्टमर हायरिंग सेंटर (सीएचसी) भी स्थापित किए गए हैं।

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार के ठोस प्रयासों के कारण पिछले साल की तुलना में इस साल 3 नवंबर तक राज्य में पराली जलाने की घटनाओं में 68 प्रतिशत की कमी आई है। पिछले साल इस अवधि के दौरान पराली जलाने की 12,813 घटनाओं की तुलना में इस बार 4,132 घटनाएं दर्ज की गई हैं।
पराली न जलाने की अपील

पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए किसानों से पराली न जलाने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत किसान सीआरएम मशीनों की लागत पर 50 प्रतिशत सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं, जबकि सहकारी समितियों, एफपीओ, पंचायतों के लिए यह सब्सिडी 80 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि पराली जलाने की घटनाओं में कमी पंजाब सरकार और किसान समुदाय के ठोस प्रयासों का प्रमाण है।