52 दिन की अमरनाथ यात्रा,बाबा बर्फानी की पहली तस्वीर आई सामने, 29 जून से शुरू होगी यात्रा, जानें कितनी ऊंचाई है शिवलिंग की, और भी बहुत कुछ

The Target News

अनंतनाग । राजवीर दीक्षित

शिव भक्तों के लिए एक बेहद अच्छी खबर आई है। बाबा बर्फानी की पहली तस्वीर सामने आई है।

हर वर्ष की तरह इस साल भी बाबा बर्फानी, माता पार्वती और पुत्र गणेश के साथ अपने पूरे आकार में नजर आ रहे हैं। बर्फ का शिवलिंग करीब 8 फीट ऊंचा है। इस साल अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू हो रही है।

इस शिवलिंग के दर्शन-पूजन के लिए देशभर से लाखों श्रद्धालु अमरनाथ आते हैं। इस बार यात्रा 29 जून से शुरू होगी जो करीब 52 दिन चलेगी। 29 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन पूरी होगी।

यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन 15 अप्रैल से शुरू हो गए हैं। जरूरी मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने की प्रक्रिया चल रही है। 13 से 70 साल की उम्र तक के भारतीय अमरनाथ यात्रा कर सकते हैं

यात्रा के लिए 15 अप्रैल से ऑन लाइन और ऑफ लाइन दोनों तरह से रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन के लिए श्राइन बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर लॉग इन कर सकते हैं।

मोबाइल एप्लिकेशन से रजिस्ट्रेशन करना चाहते हैं तो श्री अमरनाथजी यात्रा ऐप डाउनलोड करना होगा। वहीं, पंजाब नेशनल बैंक, एसबीआई, यस बैंक और जम्मू-कश्मीर बैंक से ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।

यात्रा के लिए दो रूटपहलगाम रूट: इस रूट से गुफा तक पहुंचने में 3 दिन लगते हैं, लेकिन ये रास्ता आसान है। यात्रा में खड़ी चढ़ाई नहीं है। पहलगाम से पहला पड़ाव चंदनवाड़ी है। ये बेस कैंप से 16 किमी दूर है। यहां से चढ़ाई शुरू होती है।

तीन किमी चढ़ाई के बाद यात्रा पिस्सू टॉप पहुंचती है। यहां से पैदल चलते हुए शाम तक यात्रा शेषनाग पहुंचती है। ये सफर करीब 9 किमी का है। अगले दिन शेषनाग से यात्री पंचतरणी जाते हैं। ये शेषनाग से करीब 14 किमी है। पंचतरणी से गुफा सिर्फ 6 किमी रह जाती है।

बालटाल रूट: वक्त कम हो, तो बाबा अमरनाथ दर्शन के लिए बालटाल रूट से जा सकते हैं। इसमें सिर्फ 14 किमी की चढ़ाई चढ़नी होती है, लेकिन एकदम खड़ी चढ़ाई है, इसलिए बुजुर्गों को इस रास्ते पर दिक्कत होती है। इस रूट पर संकरे रास्ते और खतरनाक मोड़ हैं।

यात्रा के दौरान मेडिकल सर्टिफिकेट, 4 पासपोर्ट साइज फोटो, आधार कार्ड, आरएफआईडी (RFID) कार्ड, ट्रैवल एप्लिकेशन फॉर्म अपने साथ रखें। फिजिकल फिटनेस के लिहाज से हर रोज 4 से 5 किलोमीटर पैदल चलने की प्रैक्टिस करें।

सांस वाला योग जैसे प्राणायाम और एक्सरसाइज करें। यात्रा में ऊनी कपड़े, रेनकोट, ट्रैकिंग स्टिक, पानी बॉटल और जरूरी दवाओं का बेग अपने साथ रखें।