The Target News
नंगल/ऊना । राजवीर दीक्षित
हिमाचल पंजाब सीमा पर बिना व्हिस्की-बियर ‘बार’ लाइसेंस के चल रहे होटल रेस्टोरेंटों ने एक्साइज चोरी के सारे रिकॉर्ड तोड़ कर रख दिए है।
शराब की बम्पर बिक्री ने जहां पंजाब के एक्ससाइज विभाग को तो मालामाल कर दिया है वही इस बात का फायदा विभाग के ही कुछ अधिकारियों को गुपचुप तरीके से खूब हो रहा है।
लाखों रुपए की सालाना बार लाइसेंस फीस के बिना हिमाचल-पंजाब सीमा पर रोजाना होटलों में खूब शराब परोसी जा रही है। नंगल में इस काम के लिए विभाग के ही कुछ लोग ‘अंडर टेबल’ पैसा ले रहे जबकि इसका सीधा सीधा नुकसान सरकार के खजाने को हो रहा है।
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सूत्र बताते है कि पंजाब में किसी भी शहरी क्षेत्र में आने वाले होटल में व्हिस्की ‘बार’ का लाइसेंस लेने के लिए 3.30 लाख रुपए का सालाना फीस भर कर बार लाइसेंस लेना जरूरी है।
जबकि बीयर बार लाइसेंस के लिए 1 लाख तक कि आबादी वाले शहर में 1.54 लाख रुपए व 1 लाख से ज्यादा शहरी आबादी वाले होटल के लिए 1.81 लाख रुपए की एक्साइज फीस जमा करवा कर लाइसेंस ले सकते है, लेकिन यहां के होटलों में चल रहे बिना अनुमति ‘व्हिस्की’ परोसने के धंधे ने एक्साइज विभाग को कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है।
पंजाब के नंगल में बॉर्डर एरिया होने के कारण हिमाचल से 25 प्रतिशत कम रेट पर शराब बिक रही है। जिससे रोजाना सेकड़ो की तादाद में लोग हिमाचल ऊना से यहां पहुंच शराब खरीदते है। जिससे चाहे हिमाचल प्रदेश के एक्साइज रेवन्यू पर तो इसका असर पड़ रहा है पंजाब के ठेकेदारों की सेल बढ़ने से उनकी चांदी बनी हुई है।
इस बात का फायदा यहां के होटलों में भी खूब देखने को मिल रहा है। आपको बता दें कि अगर बॉर्डर एरिया में 10 लाख रुपए की शराब पंजाब के ठेकों पर बिक रही है तो सीधा सीधा 2.5 लाख की सेल हिमाचल से ज्यादा हो रही है क्योंकि इस दफा हिमाचल प्रदेश सरकार ने एक्साइज पॉलिसी में बदलाव किया है। जिससे हिमाचल प्रदेश में शराब के दाम बढ़ गए है।
एक अन्य जानकारी में पंजाब में शराब सस्ती होने के कारण हिमाचल प्रदेश में हो रहे चुनाव में भी इसे यहां से बांटने के लिए ले जाया जा रहा है। जिसके लिए करीब आधा दर्जन नौजवानों की टीम काम कर रही है। इस टीम के सदस्य का सीधा सम्बन्ध सत्ताधारी दल के नेता के साथ भी है।
जिला रूपनगर (पंजाब) एक्साइज विभाग के ईटीओ शेखर गर्ग ने इस संबंध में कहा है कि विभाग शिकायत मिलने पर समय समय पर कारवाई करता है।
आपको अगली खबर में बताएंगे एक्साइज विभाग की शराब कारोबार को लेकर लापरवाही में किस तरह चुनाव आयोग के आदेशों की उड़ रही है धज्जियां कौन कौन है जिम्मेवार!