नंगल । राजवीर दीक्षित
(Journalists Walk Out; DC Seeks Report as CM Mann Addresses Nangal Rally)पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज नंगल में एक सफल रैली का आयोजन कर न सिर्फ सरकार के कार्यों की समीक्षा की बल्कि पानी की लड़ाई में मिली जीत को भी जनता के सामने जोरदार तरीके से रखा। इस मौके पर प्रदेश के कई कैबिनेट मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी और आम आदमी पार्टी के नेता भी मौजूद रहे। राज्य स्तरीय मीडिया को आमंत्रित कर इस कार्यक्रम को बड़े स्तर पर प्रचारित करने की योजना बनाई गई थी, लेकिन कार्यक्रम के दौरान प्रशासन की मीडिया प्रबंधन में भारी चूक सामने आई है।
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रैली के दौरान जहां वीआईपी गैलरी में सुरक्षा व बैठने की व्यवस्था चाक-चौबंद रही, वहीं प्रेस गैलरी में पत्रकारों के लिए कोई ठोस प्रबंध नहीं किया गया। सरकार से जुड़े व आम आदमी पार्टी के समर्थक पत्रकारों की कुर्सियों पर आ बैठे, जिससे रिपोर्टिंग के लिए आए पत्रकारों को लगभग तीन घंटे खड़े होकर कवरेज करना पड़ा। इससे पत्रकारों में नाराजगी देखी गई और “अतिथि देवो भव” की भावना का उल्लंघन स्पष्ट रूप से नजर आया।
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कार्यक्रम समाप्ति के बाद भी पत्रकारों के लिए भोजन की व्यवस्था बेहद अव्यवस्थित रही। करीब दो किलोमीटर दूर घटिया गुणवत्ता वाले खाने की व्यवस्था की गई, जिससे अधिकांश पत्रकार बिना भोजन किए ही लौट गए। इससे न सिर्फ प्रशासन की तैयारी पर सवाल उठे, बल्कि सरकार की मीडिया के प्रति गंभीरता भी संदेह के घेरे में आ गई।
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इस मामले की शिकायत जिला मीडिया विभाग द्वारा रूपनगर के डिप्टी कमिश्नर को दी गई, जिन्होंने तत्परता से संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट तलब की है।
वहीं मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने अपने चिर-परिचित बेबाक अंदाज में सरकार की उपलब्धियों और आगामी योजनाओं को जनता के समक्ष रखा। उन्होंने पानी के अधिकार की लड़ाई को पंजाब की ऐतिहासिक जीत बताते हुए केंद्र सरकार को घेरा और कहा कि पंजाब की जनता के हितों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
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हालांकि सीएम मान का भाषण दमदार और जोशीला रहा, लेकिन जिस उद्देश्य से मीडिया को बुलाया गया था, उसमें प्रशासनिक लापरवाही और अव्यवस्था के चलते पत्रकार निराश होकर लौटे। सरकार को चाहिए कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए मीडिया प्रबंधन को प्राथमिकता दे और “अतिथि देवो भव” की मर्यादा को बनाए रखे