चंडीगढ़ । राजवीर दीक्षित
(Farmers Block Roads, Create Traffic Chaos in Sector-34) सेक्टर-34 में पक्का मोर्चा लगाकर बैठे सैकड़ों किसान सोमवार को सड़क पर आ गए। पंजाब विधानसभा घेरने के लिए कूच किया तो सेक्टर-34 से लेकर सेक्टर-9 के मटका चौक तक कई सेक्टरों की सड़कों पर यातायात ठप हो गया।
किसान आंदोलन के दूसरे दिन सेक्टर-34 के मेला ग्राउंड में पंजाब के विभिन्न जिलों से हजारों की संख्या में महिला और पुरुष किसान महापंचायत में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे।
पुलिस ने मेला ग्राउंड की ओर जाने वाली सभी सड़कों को बैरिकेडिंग कर यातायात बंद कर दिया था। इन सड़कों पर किसानों को भी वाहन लेकर नहीं जाने दिया गया।
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प्रशासन ने किसानों को केवल मटका चौक तक जाने की अनुमति दी और दोपहर एक बजे से मटका चौक की ओर जाने वाले सभी रास्तों को बंद करना शुरू कर दिया। इससे वाहनों की आवाजाही रुक गई।
मटका चाैक पर किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने सेक्टर-17 की ओर जाने वाली सड़क पर बैरिकेडिंग के साथ टिप्पर खड़े कर दिए।
किसानों से टकराव की स्थिति में हालात संभालने के लिए वाटर कैनन के साथ आंसू गैस के गोले फेंकने वाली दो-दो गाड़ियों को भी तैनात कर दिया गया। इसके अलावा करीब दो हजार जवान तैनात थे। इनमें यूटी के साथ पंजाब पुलिस के जवान और रैपिड एक्शन फोर्स भी शामिल थी।
दोपहर करीब तीन बजे एक हजार से अधिक किसान हाथों में दिवंगत लोगों की फोटो, यूनियन के झंडे व बैनर लेकर विधानसभा का घेराव करने के लिए मेला ग्राउंड से पैदल निकले।
किसानों के साथ सैकड़ों की संख्या में पुलिस के जवान, इंस्पेक्टर व डीएसपी स्तर के अधिकारी भी पैदल चल रहे थे। पुलिस ने मटका चौक पर किसानों को रोक दिया।
खुद डीजीपी सुरेंद्र यादव, एसएसपी कंवरदीप कौर व एसपी केतन बंसल माैके पर माैजूद रहे और किसान नेताओं से बातचीत कर उनसे मेला ग्राउंड लाैटने का आग्रह किया। रोके जाने पर किसान मटका चाैक पर ही बैठ गए और पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
बाद में पंजाब सरकार के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां मटका चाैक पहुंचे और किसानों से मुलाकात की। उन्हें ज्ञापन साैंप कर किसान वापस मेला ग्राउंड लाैट गए।